बॉलीवुड में स्तनों और कमर को देखते हैं, पूछते हैं इसका साइज क्या है ? यह है इस इंडस्ट्री की घिनौनी सच्चाई। बॉलीवुड में अभिनेत्रियों के हर बॉडी पार्ट का एक साइज फिक्स किया गया है अगर उस साइज से ओवर होता है तो उन्हें रिजेक्ट कर दिया जाता है।
भारतीय फ़िल्म इंडस्ट्री में इतना ग्लैमर है कि उसकी कल्पना नहीं की जा सकती। ग्लैमर की इस दुनिया में अभिनेत्रियों का कैसे शोषण किया जाता है, उसका पूरा चिटठा कभी कभार बाहर निकल कर आता है। अभिनेत्रियां film industry में हुई बुरी घटनाओं और शर्मनाक हरकतों के बारे में कभी-कभार खुलासा भी करती हैं। बॉलीवुड में कई अभिनेत्रियां कास्टिंग काउच का शिकार हुई हैं। इस मामले पर एक ख़ूबसूरत अभिनेत्री ने खुलकर अपनी बात रखी।
उस अभिनेत्री ने बड़ा ख़ुलासा किया। जिस पर खूब बहस हुई। उसने बताया कि करियर के शुरुआती दिनों में मुझे बॉडी शेमिंग से जूझना पड़ा। उसे अपने शरीर को लेकर भद्दे कमेंट्स सुनने को मिले। तथा बढ़े हुए वजन के कारण बॉडी शेमिंग से जूझना पड़ा। इतना ही नही अभिनेत्री ने यह कहकर हड़कंप मचा दिया कि फिल्म की मीटिंग के समय उसका वजन, कमर और सीने का माप-तौल भी पूछा गया।
बॉलीवुड में हर जगह फायदा उठाने वाले लोग
उस अभिनेत्री ने कास्टिंग काउच के डर से साउथ की फिल्मों में भी मौका ढूंढ रही थीं, लेकिन वहां भी महिलाओं का फ़ायदा उठाने वाले लोगों ने डेरा जमा रखा है। उसने ख़ुलासा किया कि, फिल्म के निर्देशक और प्रोड्यूसर मुझसे शरीर के अंगों की Size के बारे जानना चाहते थे। उसके साथ ऐसा तब हुआ था जब वह साउथ की फिल्मों में ऐज ए हेरोईन काम कर रही थी।
डायरेक्टर ब्रेस्ट का साइज और कमर का साइज पूछते हैं…
उस अभिनेत्री का कहना है कि अधिकतर लड़कियों के साथ बुरा वर्ताव किया जाता है। कहीं उनके वजन और हाईट से उन्हें आंका जाता है तो कहीं उनके चेहरे की बनावट से। कभी-कभी तो शरीर की बनावट पर भी सवाल किए जाते हैं। उसने आगे बताया कि, लड़कियों की कमर का साइज और उसके स्टोन के साइज पूछा जाता है।
साउथ और भोजपुरी फिल्मों का माहौल
जहां तक भोजपुरी फिल्मों का सवाल है यहां पतली कमर पर तो गाने बहुत बनाए जाते हैं लेकिन अभिनेत्रियां अधिकांश मोटी कमर वाली होती हैं। भोजपुरी इंडस्ट्री में अभिनेत्रियों की कमर और ब्रेस्ट की साइज पर सवाल नहीं किया जाता है, लेकिन बॉलीवुड इंडस्ट्री में अभिनेत्रियों की कमर और ब्रेस्ट की साइज का एक लेवल तक फिक्स किया गया है।
South Indian फिल्मो में भी इस तरह की घटनाएं बहुत घटती है, लेकिन अभी उसमे थोड़ी कमी हुई है। South Indian films में कुछ सालों में काफी बदलाव देखा गया है। वहां पहले बहुत मुश्किल था लेकिन अब बॉडी शेमिंग जैसी चीजें सुधर रही हैं, अब mental health और rejections जैसे मुद्दे पर चर्चा ज्यादा हो रही है।
हर जगह महिलाओं का फायदा उठाने वाले लोग मिल जाते हैं। सीरियल बनाते हैं संस्कारी बहू का और काम करते हैं….. अब आप समझ लीजिए।