सात वर्ष पहले की बात है। हमारे मकान से थोड़ी दूरी पर एक लुहार अपनी साजो-सामान के साथ रहने आया था। मतलब उसने एक छोटा सा झोपड़ी जैसा तंबू डाला और रहने लगा।
कुछ दिन बाद मेरी नजर जब उधर पड़ी तो मैंने देखा कि उस टेन्ट के सामने कुछ लड़के वहाँँ हमेशा खड़े रहते थे। उनका यही काम था हर रोज वहाँँ आकर लोहार की बीबी को घूरना ।
हमने उन लड़कों का निरीक्षण किया तो पता चला कि वो लड़के बहुत अमीर घरों से थे। उनके गले में सोने के चेन, हाथ में सोने की अंगूठी आदि पहन रखे थे, और उनके पास गाड़ियां भी थींं।
मैं सोच में पड़ गया कि, ये लोग हर रोज वहाँँ खड़े होकर करते क्या हैं?
एक दिन मेरी भी नजर लुहार की उस बीवी पर पड़ा।
लुहार की बीवी बहुत सुंदर और लाजवाब थी। अवर्णनीय सुंदरता थी उसमें !
अब मेरी खोपड़ी में सारी बात समझ में आयी कि ये लड़के हर रोज खड़े होकर क्या करते हैं। मैं भी हर रोज उन लड़कों का निरीक्षण करने लगा।
काफी निगरानी के बाद मैंने देखा कि लुहार की बीवी उन लड़कों के तरफ कभी देखती भी नहीं थी। वह और उसका पति अपने लोहे की काम में व्यस्त रहते थे। उनके पास एक छोटासा लड़का भी था। लुहार की पत्नी काम करते समय कभी अपने बच्चे की तरफ देखकर हंस देती थी और कभी अपने पति के साथ भी हंसी मज़ाक कर लेती थी।
लेकिन भूल से उन लडकों को कोई रिस्पाॅन्स नहीं देती थी। उनके तरफ देखती भी नहीं।
वह अपने लुहार पति के साथ बहुत खुश थी।
मै हमेशा यही सोचता था कि लुहार की बीवी को अपने पति से ऐसा क्या मिलता था कि वह इतनी खुश है।
उसके पति के पास रहने के लिए घर नहीं था। पहनने के लिए अच्छे कपड़े नहीं थे। वह उसे सिनेमा या होटल मे लेकर नहीं जा सकता था । घूमने के लिए उसके पास कोई गाड़ी नहीं थी। इसके बाद भी उसकी बीवी उसके साथ इतनी खुश थी।
हमने ऐसी कई औरतें देखी हैं, जो हररोज अपने पति से लड़ती रहती हैंं। किसी सामान के लिए पति ने मना कर दिया तो आग बबूला हो जाती हैंं। पड़ोसी महिला ने कुछ घर मे मंगाया तो वह भी अपने पती से लाने को कहती हैं। अगर पति नहीं लाया तो सबके सामने पति को बेइज्जत करती हैंं।
पर यह लुहार की पत्नी इतनी सुंदर होकर भी, इस गरीब लुहार के साथ बड़ी खुश है। अगर वह चाहती तो किसी भी मर्द के तरफ आकर्षित हो जाती, उनके साथ बातेंं करती। कोई भी गैर मर्द उसके लिये इतना पागल हो जाता कि उस पर सबकुछ न्योछावर कर देता।
लुहार की बीवी में एक बात थी की वह उन अमीर लडकों के सोने के गहने और गाड़ियों से आकर्षित नहीं होती थी।
एक दिन मुझे भी एक लोहे की कुदाल बनवानी थी तो मैंं उस लुहार के दुकान पर गया।
लुहार की पत्नी से मैने पूछा दीदी मुझे यह कुदाल ठीक करवानी है। कितने पैसे लगेंगे?
उसने बोला कि, इसमें एक घंटा लगेगा, तब तक आप बैठ जाइए।
मैं लुहार की बिवी से बाते करने लगा। मैने उससे पूछा कि, ये सारे लड़के इधर खड़े होकर क्या करते हैं? उसने बोला भैया जैसे आप हर रोज हमें देखते हैं, वैसे ही यह सब भी हमे देखते हैं।
मैंं उसकी बात सुनकर सहम गया और उसकी ओर देखा।
वह बोली आपकी देखने की नजर अलग है और उन लड़कों की नजर अलग है।
तभी उसका पति बोल पड़ा,
हम जहां भी जाते है, वहां पर ऐसे ही होता है। लेकिन मेरी बीबी ऐसे लोगों के तरफ देखती भी नहीं। ऐसे लोग किसी भी सुंदर स्त्री या लड़की के आगे पीछे घूमते हैं। उसे पैसे का लालच देते हैं। कुछ स्त्रियाँँ उनके मायाजाल में फँस जाती हैंं, लेकिन सब महिलाएं ऐसी नही होती हैं, जैसी मेरी बीवी है।
मैं हैरान हो गया कि इन लोगों को सबकुछ पता चलता है फिर भी उनकी तरफ नही देखते, लुहार ने कहा – जब उनको कुछ रिस्पाॅन्स नही मिलता तो वह पीछा करना छोड़ देते हैं, पर अगर किसी लड़की ने उनका अपमान या उनसे झगड़ा किया, तो वह बदला लेने की ठान लेते हैं। इसलिए हम उनकी तरफ ध्यान नहीं देते। हम जहाँँ भी जाते हैं ऐसे लोग जरूर मिल जाते हैं।
मैंने उनसे पूछा कि अगर किसी ने जबरदस्ती कि तो ?
तभी उसकी बीबी बोली कि ” भैया, मेरे पति का हाथ लोहे के हथोड़े जैसा है सबको तोड़-मरोड़ देगा। किसी की इतनी ताकत नहीं की हमें छुए?
कितना विश्वास है अपने पति पर !
मेरी कुदाल ठीक गयी थी। मैंंने लुहार को पैसा दिया और कुदाल लेकर घर आया।
मै उस लुहार के बीबी के बारे मे सोच रहा था कि उसकी बीवी जितनी बाहर से सुंदर थी उतनी ही अंदर से भी सुन्दर थी। उसके मन में किसी भी प्रकार का खोट नहीं था।
आखिर एक पति अपने पत्नी से क्या चाहता है? Mard aurat se kya chahta hai ?