Fidai Shifa khana

आज मैं आप लोगों को एक ऐसे वैद्य के बारे में बता रहा हूं। जो नब्ज देखकर सभी बीमारियों को बता देते हैं। इनसे मिलने के लिए लोग कई-कई हजार रुपए देने के लिए तैयार रहते हैं। फिर भी उनको अपॉइंटमेंट नहीं मिल पाता है। देश में ही नहीं विदेश तक के लोग उनके पास अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं। वैद्य जी लगभग हर बीमारी का इलाज करते हैं। यह All disease Treatment Centre है। जिन बीमारियों को इलाज करने से बड़े-बड़े डॉक्टर मना कर देते हैं। उन बीमारियों का इलाज यहां पर इलाज होता है। जो मशीन घंटों में जांच करके रिपोर्ट देता है, वह वैद्य जी 2 मिनट में नब्ज देखकर बता देते हैं। 


दोस्तों ! यह आर्टिकल में इसलिए लिख रहा हूं कि बहुत सारे ऐसे लोग हैं। जिनको बहुत सारी गंभीर बीमारियां हैं और उसका इलाज करा करके थक चुके हैं लेकिन ठीक नहीं हो रहा है। तो आप एक बार इस वैद्य जी से जरूर दिखाएँ । इन वैद्य जी से दिखाने के लिए कोई विशेष खर्चा नहीं लगता है। यहां पर लूट खसोट का धंधा नहीं चलता है। वैद्य जी निस्वार्थ भाव से सभी लोगों की सेवा करते हैं। वैद्य जी से दिखाने के लिए बड़ी दूर दूर से लोग आते हैं। यहां पर गंभीर से गंभीर बीमारी भी ठीक होते देखा गया है। 

मैं आप लोगों को बता रहा हूं कि मेरा एक मित्र जामुन की पेड़ पर से गिरा था और उसको ऐसी अंदरूनी चोट लगी थी कि बड़े-बड़े हॉस्पिटलों में दिखाया लेकिन उसका दर्द ठीक नहीं हो रहा था। फिर उसको किसी ने फिदाई शिफा खाना के बारे में बताया और वह वैद्य जी से दिखाया। वैद्य जी ने नब्ज देखकर ही उसकी सारी बीमारी बता दी और उन्होंने 3 महीने तक दवा चलाया और उसकी सारी बीमारी खत्म हो हो गई। 

फिदाई शिफा खाना में किन बीमारियों का इलाज होता है ? (Fidai Shifa khana Me kin Bimariyon ka Ilaaj Hota Hai)

फिदाई शिफा खाना में लगभग सभी बीमारियों का इलाज होता है। यहां पर खासकर वही लोग आते हैं जो हर जगह इलाज करा कर थक चुके होते हैं। यहां पर दिखाने के बाद शायद ही कोई ऐसा मरीज होता है जो न ठीक होता हो। यहां पर वैद्य जी कोई भी जांच रिपोर्ट नहीं देखते हैं और नहीं कोई भी जांच करवाने के लिए कहते हैं। वह नब्ज देखकर ही सारी बीमारी बता देते हैं और उसी हिसाब से दवा भी देते हैं। यहां पर आप कैंसर, टीवी, किडनी, लीवर, हार्ट, इनफर्टिलिटी, प्रेगनेंसी (बच्चा ना पैदा होने की समस्या) से लेकर सभी बीमारियों का इलाज होता है।    

यहां पर वैद्य जी मरीज की नब्ज देख कर बता देते हैं कि आप ठीक हो सकते हैं या नहीं। अगर आप की बीमारी नहीं ठीक होने वाली है तो वह पहले ही बता देंगे कि आप यहां पर मत आना आप की बीमारी नहीं ठीक हो सकती है। 

फिदाई शिफा खाना में इलाज के लिए नंबर कैसे लगाते हैं ? (Fidai Shifa khana Me Number Kaise Lagate Hain)

फिदाई शिफा खाना में इलाज करवाने के लिए टोकन मिलता है। टोकन सप्ताह में एक दिन रविवार को मिलता है। उसके लिए सुबह 4  बजे लाइन में लगना पड़ता है। टोकन प्राप्त करने के लिए आपके पास मरीज का एक आईडी प्रूफ होना अनिवार्य है। बिना आईडी प्रूफ का आपको टोकन नहीं दिया जाता है क्योंकि लोग टोकन लेकर बाहर ब्लैक कर देते हैं। इसलिए अब आईडी प्रूफ अनिवार्य कर दिया गया है। यहां पर 200 लोगों को टोकन बांटा जाता है, लेकिन कम से कम 2000 लोग लाइन लगाते हैं। जिसका नसीब होता है उसी को टोकन मिल पाता है। यहां पर टोकन मिलने के बाद आपको डेट दिया जाता है। आपको उस तारीख को पेशेंट को लेकर सुबह पहुंच जाना है, क्योंकि नंबर कभी भी आ सकता है। 

अगर आप मुरादनगर के आसपास के हैं तो आप अपने बाइक से नंबर लगाने के लिए सुबह जा सकते हैं, लेकिन अगर आप दूरदराज से आ कर दिखाना चाहते हैं तो आपको शनिवार को ही मुरादनगर में आकर किसी होटल या लॉज में रुकना पड़ेगा। अगर आपके पैसा नहीं है तो आप इस फिदाई शिफा खाना के अंदर जो हॉल बने हैं उसमें मामूली खर्च पर रुक सकते हैं। 

फिदाई शिफा खाना कहां पर है ? (Fidai Shifa khana Kahan Par Hai)

फिदाई शिफा खाना  (Fidai Shifa Khana), चुंगी नंबर 3, रावली रोड, मुरादनगर, उत्तर प्रदेश में है। दोस्तों ! मैं बता दूँ कि यहां पर वैध जी के तीन भाई हैं और तीनो भाई एक ही नाम से दवाखाना खोल रखे हैं, तो आदमी यहां पर आकर गुमराह भी हो जाता है कि असली फिदाई शिफा खाना कौन है। तो मैं आपको बता रहा हूँ कि चुंगी नंबर 3 के पास जो फिदाई शिफा खाना है वही पुराना दवा खाना है। वहीं पर लोगों का अच्छे से इलाज होता है। बाकी जो दो फिदाई शिफा खाना क्लीनिक है वहां पर भी इलाज तो होता है लेकिन वहां की कोई गारंटी नहीं होती है। आप जब भी वहां जाएं तो किसी से भी पूछें कि पुराने वैध जी का दवाखाना कौन सा है,  जो चुंगी नंबर 3 के पास है। 

सारांश :

फिदाई शिफ़ाख़ाना में प्रत्येक रविवार को टोकन मिलता है। टोकन पाने के लिए आपको कतार में खड़ा होना होगा। अधिकांश लोग शनिवार की रात तक वहाँ पहुँच जाते हैं क्योंकि रविवार सुबह 5:00 बजे टोकन मिलना शुरू होंता है। सबसे पहले आपको टोकन पाने के लिए 3 घंटे तक इंतजार करना होगा। फिर वे आपको आगामी कार्यदिवसों में तारीख देंगे। फिर उस तारीख पर आकर अपनी बारी आने तक कुछ घंटों तक प्रतीक्षा करना पड़ता है।


पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज:

  • एक व्यक्ति एक पंजीकरण नंबर ले सकता है।
  • मरीज की मूल आईडी के साथ टोकन लेने वाले व्यक्ति की मूल फोटो आईडी आवश्यक है।
  • यहाँ अधिकांश गरीब लोग आते हैं जो महंगे अस्पताल के इलाज का खर्च नहीं उठा सकते। मैंने देखा है बहुत सारे लोग जिन्हें इस उपचार से लाभ मिला है। उनमें से अधिकांश वे हैं, जो कैंसर से पीड़ित हैं और उनके पास कोई विकल्प नहीं था।

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