अगर आपको शक है कि ग्राम प्रधान सरकारी पैसे को लूट कर खा रहा है और गांव का विकास नहीं कर रहा है। तब आप ऐसी स्थिति में RTI फाइल कर सकते हैं। आपके गांव में ग्राम प्रधान द्वारा कितने पैसे किस काम के लिए खर्च हुए हैं। उन सारे कार्यों का एक विवरण आप RTI फाइल करके ले सकते हैं। इसके लिए आपको अपने ब्राउज़र
में google.com खोलना है और सर्च बॉक्स में RTI टाइप करना है। उसके बाद आपको नीचे https://rtionline.gov.in यह वेबसाइट दिख जायेगा।
इस वेबसाइट का नाम है (https://rtionline.gov.in) जब यह वेबसाइट खुल जाए। इसके अंदर Submit Request पर क्लिक कर देना है। सबमिट रिक्वेस्ट पर क्लिक करने के बाद इस वेबसाइट की गाइडलाइन खुल करके आपके सामने आ जाएगी। उस गाइडलाइन में नीचे जो चेक का ऑप्शन बना है उस पर चेक कर देना है और सबमिट पर क्लिक कर देना है। क्लिक करने के बाद आपको एक फार्म खुल करके आ जाएगा। उस फार्म को आप को भर देना है। भरने के बाद नीचे डिस्क्रिप्शन बॉक्स में आपको अपना शिकायत लिख देना है। शिकायत का फॉर्मेट इस तरह तैयार कर लें।
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सेवा में,
लोक सूचना अधिकारी
(विभाग का नाम)
(विभाग का पता)
विषय : सूचना के अधिकार अधिनियम, 2005 के तहत आवेदन।
महोदय,
………………ग्राम पंचायत के संबध् में निम्नलिखित विवरण प्रदान करे:
1. वर्ष………….के मध्य………………ग्राम पंचायत को किन-किन मदों/याजनाओं के तहत कितनी राशि आंवटित की गई? आवंटन का वर्षवारा ब्यौरा दें।
2. उपरोक्त ग्राम पंचायत द्वारा इस दौरान कराए गए सभी कार्यो से सम्बंधित निम्नलिखित विवरण दें:
3. उपरोक्त ग्राम पंचायत में वर्ष……..के दौरान कार्यो/योजनाओं पर होने वाले खर्चो की जानकारी निम्न विवरणों के साथ दें:
क. कार्य का नाम जिसके लिए खर्च किया गया
ख. कार्य का संक्षिप्त विवरण
ग. कार्य के लिए स्वीकृत राशि
घ. कार्य कराने वाली एजेंसी का नाम
ड. कार्य शुरू होने की तिथि
च. कार्य के रेखाचित्र की प्रमाणित प्रति,
ख.कार्य कराने का निर्णय कब और किस आधार पर लिया गया? इससे सम्बंधित दस्तावेजों की प्रति भी उपलब्ध् कराएं।
मैं आवेदन फीस के रूप में 10रू अलग से जमा कर रहा /रही हूं।
यदि मांगी गई सूचना आपके विभाग/कार्यालय से सम्बंधित नहीं हो तो सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 की धारा 6 (3) का संज्ञान लेते हुए मेरा आवेदन सम्बंधित लोक सूचना अधिकारी को पांच दिनों के समयाविध् के अन्तर्गत हस्तान्तरित करें। साथ ही अधिनियम के प्रावधानों के तहत सूचना उपलब्ध् कराते समय प्रथम अपील अधिकारी का नाम व पता अवश्य बतायें।
भवदीय
नाम:
पता:
फोन नं:
संलग्नक:
(यदि कुछ हो)
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उपरोक्त तरीके से सारी चीजें लिखने के बाद उसे Text for RTI Request application के दायीं तरफ खाली बॉक्स में paste कर दें। उसके बाद Supporting document ऑप्शन में क्लिक करें अगर ग्राम प्रधान के खिलाफ कोई Supporting document की Copy है तो स्कैन करके अटैच कर दें। उसके बाद Security Code में कोड भरने के बाद सबमिट पर क्लिक कर दें। सबमिट करने के बाद आपको यहां पर पेमेंट का ऑप्शन आएगा। जिसमें मात्र आपको Rs.10 का पेमेंट करना है। यह पेमेंट नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड से कर सकते हैं। पेमेंट करने के बाद आपको एक ट्रैकिंग नंबर मिलेगा। उसे आप नोट कर लें और RTI के साइट पर View Status पर क्लिक करके अपने शिकायत का स्टेटस चेक करते रहें।
इसमें 1 महीने का टाइम लगता है 1 महीने के अंदर ग्राम प्रधान को इन सारी चीजों का जवाब देना पड़ता है कि हमने कौन सा काम किया है और कितना पैसा कहां लगा है। अगर Gram Pradhan इन सारी चीजों का जबाब नहीं देता है तो उसके ऊपर सरकार द्वारा कानूनी कार्रवाई शुरू हो जाती है।
अगर कोई भी ग्राम प्रधान अपने गांव का विकास का कार्य नहीं करता है और फंड पास करा लेता है तो उस प्रधान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। यदि आप ऑनलाइन आरटीआई फाइल नहीं सकते हैं तो आप डीएम के माध्यम से जिलाधिकारी कार्यालय या विकास खंड अधिकारी के माध्यम से ग्राम प्रधान पर RTI फाइल करवा सकते हैं।