पंड़ित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री कौन हैं। यह इतना विख्यात कैसे हुए ? क्या यहाँ सब लोगों की समस्या दूर होती है ? यहां टोकन कैसे मिलता है। लोगों को इनके बारे में पता कैसे चलता है? बागेश्वर धाम में आध्यात्मिक शक्ति कहां से आता है ? Bageshwar Dham Me Spiritual Power Kahan Se Aata Hai ?
बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के प्रमुख पंड़ित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री करीब 12 साल से लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। बागेश्वर धाम सरकार, मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के गड़ा गांव में स्थित है। अब यह एक सिद्ध स्थान बन चुका है। बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) की ख्याति पूरे भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी फ़ैल चुका है। Bageshwar Dham Sarkar के दरबार में रोजाना हजारों लोग अपनी समस्या लेकर आते हैं। लोगों का कहना है कि श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी शास्त्री (Dhirendra Krishna Ji Shastri) किसी भी भक्त को देखकर बता देते है कि वह किस समस्या को लेकर आया है और उसका समाधान क्या है। Bageshwar Dham Sarkar में जाने के बाद अर्जी लगानी पड़ती है। उसके बाद महाराज जी मुलाकात होता है। महाराज धीरेन्द्र कृष्ण जी धाम पर आए सभी लोगों के मन की बात जान लेते हैं और उसे कागज पर लिपिबद्ध भी कर देते हैं। Bageshwar Dham में रोज सुबह और शाम भंडारा चलता है जिसका कोई शुल्क नहीं लगता है।
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कौन हैं चमत्कारी धीरेन्द्र कृष्ण जी महाराज (Who is Dhirendra Krishna Ji Maharaj)
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण जी शास्त्री का जन्म 4-7-1996 को छतरपुर जिले गड़ा गांव में हुआ था। Pandit Dhirendra Krishna Ji Shastri का बचपन इसी गड़ा गांव में बीता है। लोग बताते हैं कि वह बचपन से ही बहुत सरल और दयालु स्वाभाव के थे। धीरेन्द्र कृष्ण जी का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। उनकी पिता का नाम सरोज गर्ग तथा पिता का नाम राम करपाल गर्ग है। इनके दादाजी का नाम Bhagwan Das Garg है। Pandit Dhirendra Krishna Shastri के दादाजी एक विद्वान व्यक्ति थे और वह निर्मोही अखाड़े से जुड़े थे। पंडित धीरेन्द्र कृष्ण जी अपने दादाजी Bhagwan Das Garg को ही अपना गुरु मानते हैं। उन्होंने ही धीरेन्द्र कृष्ण जी को रामायण, भगवतगीता का पाठ करना सिखाया था।
धीरेन्द्र कृष्ण की शिक्षा (Education of Dhirendra Krishna)
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बताते हैं कि उनका जन्म एक बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था, इसलिए वह उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर सके। वह गांव के सरकारी स्कूल में ही पढ़ें। Pandit Dhirendra Krishna Shastri 8वी क्लास तक की पढ़ाई अपने गांव में ही की । उसके बाद 12वी तक की पढ़ाई गंज से की और बीए प्राइवेट विद्यालय से किया। इसके बाद श्री बालाजी की कृपा से वह समाज सेवा और मानव सेवा मे लग गए ।
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री कहते हैं कि मेरा परिवार बहुत गरीब था और उनके भाई और बहन भी साथ में ही रहते थे। उन्होंने 9 साल की उम्र से बालाजी सरकार यानि हनुमान जी की सेवा में लग गए थे। इनसे पहले उनके दादाजी जिनका नाम Bhagwan Das Garg था वह बालाजी सरकार का दरबार चलाते थे। धीरेन्द्र कृष्ण जी 12 साल की उम्र से ही भागवत गीता का प्रवचन देने लगे। वह यहीं गड़ा गांव में स्थित बालाजी जी के दरबार में साधना भी करते थे। उसी साधना का ऐसा प्रभाव है कि बालाजी की कृपा से अनेको सिद्धियां प्राप्त है।
धीरेन्द्र कृष्ण इतना विख्यात कैसे हुए ?
बागेश्वर धाम आने के बाद लोग पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का चमत्कार देखकर हैरान हो जाते हैं। इन्ही चमत्कारों को लोग सोशल मीडिया और यूट्यूब के माध्यम से देखते हैं और फिर बागेश्वर धाम आते हैं। आज के समय में यूट्यूब एक ऐसा माध्यम बन गया है जिसके द्वारा किसी को भी लोग समझ सकते हैं, सुन सकते हैं।
Bageshwar Dham में टोकन कैसे मिलता है ?
महाराज पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से मिलने के लिए अर्जी लगानी पढ़ती है। उसके लिए आपको बागेश्वर धाम पर जाकर टोकन लेना पड़ेगा। लेकिन वहां टोकन रोज-रोज नहीं बंटता है। टोकन महीने में एक या दो बार बाटा जाता है। टोकन कब मिलेगा इसके लिए बागेश्वर धाम सरकार की Helpline No. पर फोन करना होगा।