ध्यान दें “Ishk ka bukhaar, Dil ka rog, Tere bina ji nahin sakta, Pyaar kiya to darna kya, Tu nahin mili to mai mar jaunga” यह सब एक मानसिक बीमारी है।
“इश्क का बुखार, दिल का रोग, तेरे बिना जी नहीं सकता, प्यार किया तो डरना क्या, तू नहीं मिली तो मैं मर जाऊंगा” ऐसे शब्द आप अपनी लाइफ में जरूर सुनते और देखते होंगे। सवाल उठता है कि यह जो प्यार की बीमारी है, क्या यह वास्तव में एक दिल का रोग है या हमारी नासमझी है। अगर यह दिल का रोग है तो एक इंजेक्शन लगवा लो नपुंसक बनाने वाला, फिर देखो ! आपके अंदर किसी भी लड़की की तरफ देखने की इच्छा उत्पन्न नहीं होगी। इससे साफ जाहिर है यह दिल की बीमारी नहीं है यह हमारे दिमाग की नासमझी है। जब तक शरीर में वीर्य का प्रभाव है तभी तक प्यार का चक्कर और दिल का रोग लगा रहता है। यह रोग ऐसा है जो आदमी की सारी लाइफ खराब कर देता है। अगर इसी वीर्य की शक्ति को योग-साधना में कोई लगाए तो एक महान व्यक्ति बन सकता है लेकिन किसी के प्यार में पागल होता है तो बधुआ मजदूर की तरह जिंदगी नरक हो जाती है।
इश्क कोई दिल की बीमारी नहीं है यह एक केमिकल रिएक्शन(chemical reaction) है, जिसका असर तभी तक रहता है जब तक हमारे शरीर में वीर्यकोष भरा पड़ा है। अभी आप उसको इंजेक्शन से निकलवा दो फिर देखो किसी स्त्री या लड़की को देखकर प्यार उत्पन्न नहीं होगा। इससे साफ जाहिर है कि इश्क कोई दिल की बीमारी नहीं यह तो दिमाग की बीमारी है।
जवानी में सभी लड़के सोचते हैं कि मैं इसके बिना जी नहीं सकता, वह नहीं मिली तो मर जाऊंगा। यह सब एक मानसिक असंतुलन की बीमारी है। जिसको कोई नवयुवक-नवयुवती समझ नहीं पाते हैं। जब तक आपके शरीर में वीर्य भरा पड़ा है तब तक आपके अंदर किसी के प्रति आकर्षण पैदा होता रहता है, लेकिन अगर आप नसबंदी करवा लो या मार्केट में बहुत सारे ऐसे इंजेक्शन आ गए हैं, जिसको लगाने के बाद आदमी की इंद्रिय शिथिल हो जाती है। उसके बाद आपके अंदर से सारा प्यार का भूत खत्म हो जाता है। तो, यह जो प्यार की बीमारी है, यह दिल की बीमारी नहीं है बल्कि वीर्य की बीमारी है। वीर्य निकाल दो शरीर से तो कोई दिल की बीमारी नहीं है, कोई दिल का रोग नहीं है। यह सब मानसिक असंतुलन के कारण पैदा हुआ एक केमिकल रिएक्शन है। जैसे ही आदमी की इंद्रियों को इंजेक्शन या नसबंदी से शिथिल कर दिया जाता है फिर उसके अंदर किसी भी लड़की या स्त्री के प्रति कोई प्यार या दिल का रोग नहीं होता है।