Shighrapatan aur Mardana Takat

शीघ्रपतन को कैसे दूर करें ? Shighrapatan ko kaise Dur Karen ? मर्दाना ताकत कैसे बढ़ाए? Mardana takat Kaise badhaen?  खोई हुई जवानी को वापस कैसे लाएं? khoi Hui Jawani ko Wapas Kaise laen? वीर्य का पतलापन कैसे दूर करें? virya ka patlapan Kaise Dur Karen ? 


जब कोई व्यक्ति आवश्यकता से अधिक हस्तमैथुन या कृत्रिम कार्यों द्वारा वीर्य का नाश करता है तो उसका वीर्य पानी की तरह पतला हो जाता है और उसके प्राइवेट पार्ट के नसों में डीलापन आ जाता है। जिसकी वजह से उसके प्राइवेट पार्ट का अगला हिस्सा सेंसटिव हो जाता है, और शीघ्रपतन की बीमारी (shighrapatan Ki Bimari) हो जाती है। हमारी आयुर्वेदिक दवा का उपयोग करके आप अपने वीर्य को गाढ़ा करके, अपना डिले टाइम 20 से 30 मिनट तक बढ़ा सकते हैं। इससे आपके प्राइवेट पार्ट की नसों में पूरा तनाव आएगा, जिससे आपका प्राइवेट पार्ट मोटा, तगड़ा और मजबूत हो जाएगा। इस दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इसका कोई भी उपयोग कर सकता है। शादीशुदा हो या बिना शादीशुदा, जो 18 से 70 साल के बीच का है इस दवा को रात को सोने से पहले एक चम्मच ढाई सौ ग्राम दूध के साथ ले सकता है। इसको लेने के 30 मिनट बाद इसका असर दिखने लगता है। बुजुर्गों ने कहा है यदि भरी हुई पानी की बोतल को उल्टा कर दे तो पानी बड़ी जल्दी निकल जाता है। लेकिन भरी हुई शहद की बोतल को उल्टा किया जाए तो वह देर से निकलता है। यही बात इस बीमारी में होता है। वीर्य पतला हो जाता है और जिस प्रकार पानी जल्दी निकल जाता है उसी तरह  वीर्य भी जल्दी निकल जाता है। 

शीघ्रपतन से मुक्ति पाने का अचूक उपाय (Shighrapatan se Mukti pane ka upay )

आज मैं आप सब लोगों के लिए एक आयुर्वेदिक फार्मूला बता रहा हूं जो बहुत ही कारगर है और पूरी तरह से प्राकृतिक आयुर्वेदिक औषधियों से तैयार किया जाता है। उस औषधि का नाम है शक्र वल्लभ रस। 

शक्र वल्लभ रस के गुण और उपयोग (Shakra Vallabh Ras Ke Gun Aur Upyog)

यह रसायन समस्त वीर्य विकार जन्य रोगों के लिए अमृत के समान गुणकारी है। अप्राकृतिक मैथुन (हस्तमैथुन) आदि दुष्कर्मों से अथवा विषय भोग की अधिकता से जिन पुरुषों की जनेन्द्रिय में शिथिलता आ गई हो। तथा शारीरिक बल का ह्रास हो गया हो, उनके लिए यह रसायन का उपयोग परम उपयोगी है। शीघ्रपतन, नामर्दी, वीर्य का पतलापन, वीर्य की कमी से पैदा होने वाले रोग, इसके सेवन से नष्ट होते हैं। इसके सेवन से शरीर में पुनः यौवन शक्ति पैदा हो जाती है। यह रसायन अत्यंत स्तम्भक, बाजीकरण और स्त्रियों के मद को नष्ट करने वाला है। 

औषधि सामग्री : शुद्ध पारा, शुद्ध गंधक, लौह भस्म, अभ्रक भस्म, चांदी भस्म, स्वर्ण भस्म और स्वर्ण माक्षिक भस्म आदि औषधियों से यह दवा बनाया जाता है। 

उपरोक्त इन सभी औषधियों को चूर्ण बनाकर कपड़े से छानकर करके पुड़िया बना ले और शाम को एक गिलास गर्म दूध के साथ इसका सेवन करें। व्यक्ति कितना भी थका हुआ हो यह दवा लेने से थकेगा नहीं। इसका लगातार सेवन करने से रात रंगीन हो जाती है। इस दवा का जो व्यक्ति सेवन करता है, वह जिस स्त्री के साथ सम्बन्ध बनाता है वह सारी उम्र उसकी गुलाम बनकर सेवा करती है। यह दवा  खोई हुई ताकत को दोबारा वापस ला देता है। 

इस दवा में पढ़ने वाला हर चीज बहुत ही गुणकारी है। इस दवा का सेवन करने से नामर्द व्यक्ति भी मर्द बन जाता है। इस दवा के उपयोग से व्यक्ति एक समय में कई स्त्रियों को संतुष्ट कर सकता है। हमारे पूर्वजों का ऐसा दावा है कि जिन पुरुषों की बीवी एक से ज्यादा हो उनको यह एक महाशक्ति है। यह महाकुंभ में गुम हुए जोश और ताकत को दोबारा वापस लाने का बड़ा फार्मूला है। मैं चाहता हूं कि भोग-भोगने के शौकीन लोग इसका सेवन जरूर करें। यह दवा थोड़ा महंगा जरूर पड़ता है, मगर आप इसका असर देखकर आश्चर्य करेंगे और पैसा को भूल जाएंगे। 

यह दवा हमारे बुजुर्गों द्वारा न जाने कितने लोगों पर आजमाया हुआ है। इन औषधियों से बनी बनी दवा का जितना भी तारीफ किया जाए कम है। अगर 70 साल का बुजुर्ग भी इसका सेवन करें तो कुछ ही दिन में इसका परिणाम उसके सामने होगा।

नोट : इस दवा को प्रयोग करने से पहले किसी भी आयुर्वेदिक डॉक्टर से जरूर सलाह लें। 

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