सोने का सही तरीका (Sone ka Sahi Tarika)
बिना तकिए के सोने से क्या होता है? तकिया कैसे लगाना चाहिए और तकिया कितना ऊँचा होना चाहिए ? सिर ऊँचा करके क्यों सोना चाहिए ? तो यह जान लीजिए अगर आप बिना तकिया लगाये सोते हैं तो सिर में रक्त का संचार कम होगा और ऑक्सीजन की सप्लाई अच्छी तरह नहीं होगी, जिसकी वजह से आपको जल्दी नीद नहीं आएगी। बेचैनी बनी रहेगी इसलिए तकिया जरूर लगाकर सोएं।
सिर को कम से कम 4 इंच ऊँचा करके सोना चाहिए। तकिया ऐसा होना चाहिए जो सिर को पूरी तरह आराम दिला सके। बाजू में सपोर्ट के लिए तकिया नहीं लगाना चाहिए। आदमी रात को सोते वक्त कभी ऊपर की ओर मुंह करके सोता है तो कभी करवट लेकर सोता है इसलिए ऐसे तकिया उपयोग करना चाहिए जो गर्दन और सिर के बीच अच्छी तरह सपोर्ट करे।
रात को सोते समय कैसे सोना चाहिए? रात को सोते समय हमेशा बाईं तरफ करवट लेकर सोना चाहिए इससे शारीरिक स्वास्थ्य ठीक रहता है। इस प्रकार सोने से दिल पर अधिक दबाव नहीं पड़ता है और खाना जल्दी हजम हो जाता है क्योंकि इससे सूर्य नाड़ी चलती है। रात को डिनर के 2 घंटे बाद सोना चाहिए।
सीधे सोने से क्या होता है? सीधे सोने से सपने अधिक आते हैं और नींद जल्दी नहीं आती है। तकिया क्यों लगाना चाहिए ? कई लोग ऐसा बोलते हैं कि तकिया नहीं लगाना चाहिए इससे नुकशान होता है जो बिल्कुल गलत बात है। एक दिन तकिया नहीं लगाने पर आपको पता चल जायेगा कि क्या नुकशान है।
तकिया लगाने के फायदे (Takiya Lagane ke Fayde)
- तकिया न लगाकर सोने से रीढ़ की हड्डी टेढ़ी होती है, जिससे कमर में दर्द आराम होता है लेकिन सिर में खून की सप्लाई अधिक होने से नीद नहीं आएगी।
- रात को कम-से-कम 7-8 घंटे सोना चाहिए। हमेशा सोते वक्त सिर को रजाई या कम्बल, चादर से ढंक कर नहीं सोना चाहिए क्योंकि इससे आक्सीजन की सप्लाई कम हो जाती है।
- अगर आ सिरदर्द से निजात पाना चाहते हैं तो तकिया लगाकर जरूर सोयें। इस प्रकार सोने से सिर में blood circulation ठीक रहता है जिससे नींद अच्छी आती है और अगली सुबह उठते ही मूड फ्रेस रहता है, अगर बिना तकिए के सोते हैं तो सिर में ब्लड सर्कुलेशन अधिक होने से सिरदर्द, बेचैनी, नींद न आने की समस्या होती है।
- अगर आपको डिप्रेशन और स्ट्रेस से छुटकारा पाना है तो अच्छी क्वालिटी का तकिया जरूर प्रयोग करें। इससे रात भर नींद अच्छी आएगी जिससे अगले दिन चिड़चिड़ापन और डिप्रेस्ड माइंड ठीक रहेगा।