- शादी की पहली रात को क्या होता है ? (What happens on the first night of the wedding?)
- सुहागरात कैसे मनाते हैं की ट्रेनिंग कौन देता है ? (How do we celebrate honeymoon, who gives training?)
- सुहागरात से पहले दूल्हे को दूध क्यों दिया जाता है? (Why is milk given to the groom before the honeymoon?)
- शादी के पहले दिन क्या ट्रेनिंग दी जाती है ? (What training is given on the first day of marriage?)
- शादी की उत्पत्ति क्योँ हुई? (Why did marriage originate?)
सुहागरात के दिन दूल्हे को जीजा और दुल्हन को उसकी भाभी ट्रेनिंग देती है। आज की कलयुगी समाज में ट्रेनिंग देने की जरूरत तो नहीं है लेकिन फिर भी ट्रेनिंग दी जाती है । ट्रेनिंग इसलिए दी जाती है कि अगर बाईचांस किसी को कुछ पता नहीं है तो कुछ उल्टा सीधा काम न कर बैठे ।
सुहागरात के दिन दूल्हे को जीजा ट्रेनिंग देता है और दुल्हन को उसकी भाभियाँ ट्रेनिंग देती हैं। इन दोनों को यह सिखाया जाता है कि जब तुम दोनों मिलोगे तो क्या-क्या करना है। सबसे पहले जीजा दूल्हे को कई सारे टेक्निक बताता है कि नई नवेली दुल्हन से जब मिलने जाते हैं तो क्या-क्या करना चाहिए।
जीजा दूल्हे समझाता है कि कैसे किसी दुल्हन को खुश किया जाता है। जीजा बताता है कि पहले तो दुल्हन तुम्हारे लिए दूध का ग्लास लेकर आएगी। तुम उस दूध को पी लेना। उसके बाद उसका घूँघट उठाने से पहले यानि दुल्हन के मुखडे का दर्शन करने से पहले उसको कोई उपहार भेंट करना। उपहार भेंट करने के बाद उससे ऐसी मीठी और प्यार भरी बातें करना चालू करना, जिससे दुल्हन के दिमाग पर किसी प्रकार की ठेस न पहुंचे। इसी तरह दुल्हन की भाभियों में से कोई एक आकर उसे भी इस प्रकार ट्रेनिंग देती है कि जैसे ही तुम्हारे पति तुम्हारे पास आए तो सबसे पहले गिलास में रखा दूध उसे पीने के लिए देना, फिर जैसे ही वह घूंघट उठाये तो तुम एक मीठी मुस्कान जरूर पेश करना। दूल्हा जैसे ही तुम्हें कोई गिफ्ट क्या उपहार भेंट करें, उसे सहज स्वीकार कर लेना। उसके बाद आपस में ऐसी बातें करना जिससे दोनों के अंदर एक मीठा संबंध स्थापित हो।
इस आर्टिकल में हम अपनी बात को यहीं तक सीमित रखेंगे क्योंकि आगे की जो यात्रा है वह एडल्ट कंटेंट में आ जाता है जिसे हम अपनी इस वेबसाइट पर नहीं डाल सकते।
यदि आप की नई नई शादी हो रही है और आप उससे संबंधित ढेर सारी जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो आपको अपने किसी दोस्त या रिलेटिव से संपर्क करना चाहिए। जिनकी शादी पहले से हो चुकी हो, वही आपको सही मार्गदर्शन कर सकेंगे।
शादी है क्या है ? (What is marriage?)
शादी दो दिलों का एक ऐसा सामंजस्य जिसके बिना स्त्री और पुरुष अधूरे रहते हैं। पुरुष स्त्री के बिना अधूरा रहता है और इस्त्री पुरुष के बिना अधूरी रहती है। शादी एक ऐसा बंधन है जिसके जरिए आदमी भविष्य की योजना बनाता है क्योंकि अकेला आदमी कुंठित मती का हो जाता है। उसके जीवन में कोई रस नहीं रहता है। रस और आनंद के पीछे पूरी दुनिआ पागल है। दूसरी जो समस्या है वह यह कि जवानी के बाद एक ऐसी स्टेज आती है जिसमें मनुष्य को किसी न किसी के सहारे की जरूरत पड़ती है। इसी सहारे की पूर्ति के लिए इंसान को शादी करना पड़ता है। यही है शादी की हकीकत और सच्चाई।
इंसान इसलिए शादी करता है कि शादी होगी तो बीवी होगी, बीवी होगी तो बच्चे होंगे और बच्चे होंगे तो वही तो हमारे बुढ़ापे की लाठी होंगे। लेकिन आज इस कलयुगी समाज में लोग अपने मां-बाप को सहारा देना भूलने लगे हैं। जैसे ही शादी होती है बेटा और बहू सेपरेट हो जाते हैं और मां बाप से अलग कहीं जाकर रहने लगते हैं।लोग शादी करते हैं बुढ़ापे की सहारा के लिए, लेकिन हालात ऐसे हो जाते हैं कि वही बेटे और बहू उनसे दूर चले जाते हैं। वह यह नहीं सोचते कि कल ऐसे ही हमारे साथ भी हो सकता है।