अक्षरा सिंह मूल रूप से पटना, बिहार की रहने वाली वाली हैं उनका जन्म 30 अगस्त 1993 को हुआ था। उनके पिता विपिन सिंह और माता का नाम नीलिमा सिंह है।
Akshara Singh के पिता भोजपुरी फिल्मों के प्रसिद्ध भूतपूर्व अभिनेता हैं और उनकी मां नीलिमा भी एक अभिनेत्री रह चुकी हैं। Akshara Singh को अभिनय विरासत में मिला हुआ है।
Akshara Singh को बचपन से फिल्मों में काम करने का शौक रहा है। वह बचपन से ही थिएटर का काम करना चालू कर दिया था। 16 साल की उम्र आते ही वह डांस और एक्टिंग में महारत हाशिल कर चुकी थी।
अक्षरा सिंह एक भारतीय अभिनेत्री हैं जो मुख्य रूप से भोजपुरी फिल्मों में सक्रिय हैं और कई पुरस्कारों की प्राप्तकर्ता हैं।
Akshara Singh को एक्शन ड्रामा TABADLA, राजनीतिक ड्रामा SARKAR RAJ और एक्शन रोमांस SATYA जैसी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। वह भोजपुरी सिनेमा में सबसे अधिक भुगतान पाने वाली अभिनेत्रियों में से एक हैं।
अक्षरा सिंह करियर (Akshara Singh Career)
सिंह ने 2010 के एक्शन ड्रामा Satyamev Jayate में रवि किशन के साथ अभिनय की शुरुआत की थी। वह बाद में 2011 के पारिवारिक नाटक “प्राण जाए पर वचन ना जाए” में दिखाई दीं।
Akshara Singh 2016 के रोमांटिक ड्रामा “ए बलमा बिहार वाला” में खेसारी लाल यादव के साथ और 2017 में एक्शन ड्रामा सत्या, तबादला, मां तुझे सलाम में पवन सिंह के साथ दिखाई दीं ।
Akshara Singh पहली बार 2015 में काला टीका और ज़ी टीवी पर सर्विस वाली बहू पर हिंदी टेलीविजन में दिखाई दिए।
सिंह ने बाद में सोनी टीवी पर ऐतिहासिक शो पोरस के लिए भारतीय पौराणिक महाकाव्य सूर्यपुत्र कर्ण और कदिका में गांधारी की भूमिका निभाई।