मेरे भाइयों और बहनों !
आज के इस दौर में जहां हमारे देशवासी छोटे से छोटे तकलीफ के लिए बड़ी ही हाई पावर की दवा गोलियों का इस्तेमाल कर अपने शरीर में जहर घोलते जा रहे हैं, वही हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा अनुभव कर प्रकाश में लाया गया एक अत्यधिक आसान प्रयोग, जिसे अपनाकर भारतवर्ष के महा योगीराज प्रातः स्मरणीय पूज्य पाद संत श्री लीलाशाहजी महाराज सदैव स्वस्थ व प्रसन्न रहते थे। वह तरीका आपको बताने जा रहे हैं।
नई तथा पुरानी अनेकों प्राण घातक बीमारियां दूर करने का एक ही सरल उपाय है – प्रातः काल में जल सेवन। प्रतिदिन प्रभात काल में सूर्योदय से पूर्व उठकर कुल्ला करके, तांबे के पात्र में रात को रखा हुआ दो से चार बड़े गिलास (आधा से सवा लीटर) पानी पी लें। रात को पानी भरकर तांबे के पात्र हमेशा विद्युत कुचालक वस्तु (प्लास्टिक, लकड़ी या कंबल) के ऊपर रखें। खड़े होकर पानी पीने से आगे चलकर पिंडलियों में दर्द की तकलीफ होती है। अतः किसी गर्म आसन अथवा विद्युत की कुचालक वस्तु पर बैठकर ही पानी पीये। पानी में चांदी का एक सिक्का डालकर रखने से पानी और अधिक शक्ति दाई हो जाता है। तदनन्तर 45 मिनट तक कुछ खाए पिए नहीं। प्रयोग के दौरान नाश्ता या भोजन करने के 2 घंटे बाद ही पानी पियें।
सुबह पानी प्रयोग के फायदे (Subah Pani Prayog ke fayde)
प्रातः काल नियमित रूप से जल सेवन करने से निम्नलिखित नई और पुरानी बीमारियों में लाभ होता है।
कब्ज, मधुमेह (डायबिटीज), ब्लड प्रेशर, लकवा (पैरालिसिस), कफ, खांसी, दमा (ब्रोंकाइटिस), यकृत (लीवर) के रोग, स्त्रियों का अनियमित मासिक स्राव, गर्भाशय का कैंसर, बवासीर (मस्से) कील-मुंहासे एवं फोड़े फुंसी, वृद्धत्व, त्वचा पर झुर्रियां पड़ना, एनीमिया ( रक्त की कमी), मोटापा, क्षयरोग, टीवी, कैंसर, पेशाब की समस्त बीमारियां (पथरी, धातुस्राव आदि) सूजन, बुखार, एसिडिटी (अम्ल पित्त), वात-पित्त-कफ जन्य रोग, सिर दर्द, जोड़ों का दर्द, ह्रदय रोग व बेहोशी, आंखों की समस्त बीमारियां, मेनिनजाइटिस, प्रदर रोग, गैस की तकलीफ व कमर से संबंधित रोग, मानसिक दुर्बलता, पेट के रोग आदि।
इस अनुभूत प्रयोग से बहुतों को लाभ हुआ है। आप भी लाभ उठाइए। मंदाग्नि, वायु रोग व जोड़ों के दर्द से पीड़ित रोगी गुनगुने पानी का प्रयोग करें। यदि गर्म न पड़े तो उसमें एक से दो काली मिर्च पाउडर या सोंठ अथवा अजवाइन मिला सकते हैं।
प्राचीन समय से हमारे पूर्वज subah khali pet pani pine ke fayde को जानते थे। जिसे जापान के डाक्टरों ने अभी खोजा है। इसलिए आप भी nihar munh pani peene ke fayde को समझें और अपने जीवन में अपनाएं।
चार गिलास पानी एक साथ पीने से स्वास्थ्य पर कोई कुप्रभाव नहीं पड़ता। आरंभ के दो-चार दिनों तक पेशाब कुछ जल्दी-जल्दी आएगा लेकिन बाद में पूर्ववत हो जाएगा। गुर्दों की तकलीफ वाले सवा लीटर पानी न पिए उन्हें चिकित्सक से सलाह लेकर पानी की मात्रा निर्धारित करनी चाहिए।
-पूज्य संत श्री लीलाशाहजी महाराज