हड्डी रोग विशेषग्य हनुमान मंदिर कहां है ? Haddi Rog Visheshagya Hanuman Mandir kahan hai ?
हड्डी रोग डॉ. हनुमान मंदिर में कैसे जायें ? Haddi Rog visheshagya Hanuman Mandir Me Kaise jayen?
डॉ हनुमान मंदिर में कैसा होता है लोगों का इलाज ? Dr Hanuman Mandir Me kaise hota hai ilaaj ?
हनुमान जी का एक चमत्कारिक मंदिर जहां हड्डियां अपने आप जुड़ जाती हैं। यहां के इस Spiritual Power को इस रहस्य को देखकर डॉक्टर भी हैरान हैं। मध्य प्रदेश के कटनी जिले में हनुमान जी का यह प्रसिद्ध मंदिर है, जहां लोगों की टूटी हुई हड्डियां तुरंत जुड़ जाती है। यह एक बहुत ही चमत्कारिक और अकल्पनीय स्थल है, जहां अस्पताल से भी ज्यादा भीड़ रहता है। यहां पर लोग काफी दूरद-राज से हड्डी जुड़वाने के लिए आते हैं। अभी तक यहां से कोई भी व्यक्ति खाली हाथ लौट कर नहीं गया है। यहाँ मरीज स्ट्रेचर पर लाए जाते हैं। किसी को एंबुलेंस में बैठा कर लाया जाता है और भगवान हनुमान जी की दिव्य कृपा से लोगों की हड्डियां जुड़ जाती है। इससे बड़ा चमत्कार क्या हो सकता है।
मोहास के हनुमान मंदिर में जितने भी लोग आते हैं उनको यहां की औषधि खिलाई जाती है और उन्हें राम नाम जपने के लिए कहा जाता है। यहां पर जो औषधि लोगों को खिलाई जाती है उसे आधे घंटे तक मुंह में रखकर चबा-चबा कर धीरे-धीरे निगलना होता है। औषधि खाने के बाद यहां के जो यहाँ के पुजारी हैं वह लोगों को उसी पैर को जमीन पर पटकने के लिए बोलते हैं जो टूटा हुआ होता है या उसी हाथ को हाथ से पानी की बाल्टी उठावाते हैं जो टूटा हुआ होता है। मेडिकल साइंस के अनुसार ऐसा करना बहुत खतरनाक हो सकता है, लेकिन यहां पर लोगों से पुजारी जी खुद अपने सामने करवाते हैं और लोग इस प्रक्रिया को अपनाते हैं और उनका टूटा हुआ पैर और हाथ जुड़ भी जाता है। यह भगवान की Spiritual Power नहीं तो और क्या है । यहां की सच्चाई का पड़ताल करने के लिए कितने मीडिया चैनल वाले गए थे। लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं लगा। उन्होंने यहां के रहस्य के बारे में जानने के लिए बड़े-बड़े हड्डी रोग विशेषज्ञों से सम्पर्क किये। डॉक्टरों का ऐसा मानना है कि यहां जो औषधि दी जाती है उसमें कोई ऐसा तत्व होता है जिससे हड्डियां तेजी से जुड़ जाती है और लोगों को भगवान के ऊपर आस्था भी उनके मनोबल को बढ़ा देता है।
यहां हनुमान जी के दरबार में जो बूटी दी जाती है। उसको कई साइंटिस्ट यहाँ से लेकर गए और उसका अपने लैब में टेस्ट किए तो पता चला कि जड़ी बूटी में ऐसा कुछ नहीं है जिससे लोगों की तुरंत हड्डियां जुड़ जाए, लेकिन लोगों की हड्डियां तो यहां जुड़ जाती है। फिर यह चमत्कार होता कैसे है ? लोगों का कहना है कि यहां जो बूटी दी जाती है वह पुजारी जी के हाथ से जब प्रसाद के रूप में किसी को खिलाया जाता है तभी उसकी हड्डियां जुड़ती है अन्यथा नहीं जुड़ सकती।
यहां के पुजारी जो हैं इनसे पहले इनके पिताजी यहां के पुजारी थे और वह लोगों को यह बूटी देते थे। उसके बाद उनके जो लड़के हैं वह लोगों को बूटी खिलाते हैं और लोगों की हड्डियां जुड़ जाती है। ऐसा माना जाता है कि वर्तमान में जो यहां के पुजारी हैं उनके पिताजी को सपने में हनुमान जी ने दर्शन देकर इस औषधि के बारे में बताया था कि इसे किस प्रकार खिलाने से लोगों की हड्डियां तुरंत जुड़ जाएगी। और तभी से यह प्रक्रिया यहां पर चालू है। इसलिए यहां के इस हनुमान जी को हड्डी रोग विशेषज्ञ के रूप में माना जाता है। इस मंदिर में जड़ी बूटी दिए जाने की एक खास विधि है। इस मंदिर में हर मरीज को सीताराम सीताराम जपते रहना है। उसके बाद अनुमान जी की आरती होती है और आरती के बाद लोगों को जड़ी-बूटी खिलाया जाता है।
डॉक्टर हनुमान मंदिर में कैसे होता है लोगों का इलाज ? डॉक्टर हनुमान मंदिर में सभी भक्तों का निशुल्क इलाज किया जाता है। कोई भक्त अपनी आस्था के अनुसार कुछ देना चाहता है तो वह यहां की दान पेटी में दान कर सकता है। यहां केवल टूटी हुई हड्डी रोग से पीड़ित व्यक्ति को ही दवा दी जाती है। यहां मंदिर के आसपास बहुत सारी दुकानें हैं जहां मालिश करने के लिए तेल भी मिलता है। कई लोग यहां से खरीद कर भी ले जाते हैं।
हड्डी रोग विशेषज्ञ हनुमान जी का मंदिर कहां है ? हड्डी रोग विशेषज्ञ हनुमान जी का मंदिर कटनी जिले में स्थित है। मध्य प्रदेश के कटनी जिला मुख्यालय से करीब 35 किलो मीटर दूर मोहास गांव में डॉक्टर हनुमान जी का मंदिर है।
हड्डी रोग विशेषज्ञ हनुमान मंदिर में कैसे जाएं ? मध्य प्रदेश के कटनी जिले तक आप ट्रेन से जा सकते हैं। उसके बाद वहां से आप निजी वाहन या बस द्वारा मोहास गांव के लिए जा सकते हैं।