स्त्री- पुरुष का आकर्षण नहीं होता तो शायद मनुष्य के जीवन जीने का कोई साधन भी न होता. स्त्री का आकर्षण पुरुष के प्रति होता है और पुरष का आकर्षण स्त्री के प्रति होता है. यही एक मुख्य कारण है जो दोनों को एक दूसरे के करीब लाता है. दोनों एक दूसरे में सुख और आनंद ढूंढ़ते हैं लेकिन सुख तो जरा सा मिलता है और बोझ जिंदगी भर के लिए बढ़ जाता है. फटिंगे कीड़े रात को जलते बल्ब को छूने की कोशिश करते हैं और तब तक वहां से नहीं हटते जब तक उनकी मौत नहीं हो जाती. यही मनुष्य का है जब तक कोई स्त्री मिल नहीं जाती तब तक बेचैन रहता है. जैसे ही उसकी शादी किसी लड़की से हो जाती है उसकी सारी गर्मी झड़ जाती है. फिर सोचता है कि इससे पीछा कैसे छूटे.
कामवासना आदमी और स्त्री दोनों को पागल बना देता है. दोनों काम के वशीभूत होकर साथ में जीने और मरने क़ी कसमें खाते हैं. लेकिन जव काम का नशा उतरता है तब समझ में आता है कि हमने व्यर्थ में मुशीबत मोल ले ली.
ईश्वर ने जब स्त्री पुरुष को बनाया तो उनके अंदर कामसुख को डाल दिया ताकि इसके चक्कर में दोनों एक दूसरे के करीब आएं. अगर स्त्री और पुरुष में कामवासना नहीं होती तो दोनों एक दूसरे के करीब नहीं आते. इस के के चक्कर में बड़े बड़े महापुरुष बिचलित हो गए.
अगर आप आप जीवन में सुखी रहना चाहते हैं तो कामवासना से बचें. नहीं तो यह आपको पागल करके नचाता रहेगा. आप अपने जीवन को किसी न किसी महापुरुष से जोड़ कर रखें. उन्ही के मार्गदर्शन में अपने जीवन को डाले. वही आपको इस कामरूपी दलदल से निकाल सकते हैं.
कामवासना एक ऐसी दलदल है जिसमे फंसने के बाद आदमी गंदे से गंदे काम करने को मजबूर हो जाता है. जो युवा बचपन में कामवासना से बच जाता है, वह जीवन के हर क्षेत्र में सफल हो जाता है. जो इस कामवासना के दलदल में फंस जाता है उसकी सारी जिंदगी नर्क बन जाती है. उसका ओज, तेज नष्ट हो जाता है. किसी भी काम को करने में उसका मन नहीं लगता है. स्वाभाव चिड़चिड़ा हो जाता है. नसों में जो ताकत होती है वह नष्ट हो जाता है. जवानी में ही बुढ़ापे जैसी कमजोरी हो जाती है. कामवासना के चक्कर में जब व्यक्ति अपना वीर्यनाश कर देता है तो उसको बहुत सारी आपदाए आ घेरती हैं. इसलिए आप इस कामवासना को समझें और इससे 25 साल तक दूर रहें. फिर उसके बाद आप देखेंगे क़ी आपका जीवन दुसरो क़ी अपेक्षा काफ़ी निराला है.
अगर आप किसी भी कारण से अपना वीर्य नाश कर रहे हैं तो उसकी सुरक्षा करें, नहीं तो समझ लें कि आपके ऊपर बहुत बड़ी मुसीबत आने वाली है. अभी भी समय है आप चेत जाओ.
कामवासना से कैसे बचें? (Kamwasna se Kaise Bachen)
कामवासना से बचने के लिए गलत संग का त्याग कर दें. गंदे फ़िल्म और गंदे साहित्य से दूर रहें. किसी न किसी सतशास्त्र का अध्ययन करें. हो सके तो किसी ऐसे महापुरुष की खोज करें जो आपको जीवन जीने की सही कला सिखाते हों. कभी भी अकेले किसी लड़की के साथ न बैठे. अपने भोजन में तली भुनी चीजों को न शामिल करें. फल फ्रूट सलाद का अधिक सेवन करें. दूध बहुत ज्यादा वीर्य बनाता है इसलिए इसका इस्तेमाल न करें तो अच्छा है.