डॉ प्रमोद त्रिपाठी ने बताया कि डायबिटीज जीवन भर चलने वाली बीमारी नहीं है। यह एक भ्रांति है कि मधुमेह जड़ से ख़त्म नहीं हो सकती। यह बीमारी बिना किसी दवा के ठीक हो सकती है।
पुणे के डॉ. प्रमोद त्रिपाठी ने यह दावा किया है कि वह अब तक लगभग 13,000 लोगो को मधुमेह से हमेशा के लिए मुक्ति दिला चुके हैं।
कनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री की यंग इंडियन (
In a seminar on ‘Freedom from Diabetes’ organized by the Young Indian) विंग द्वारा एक्सएलआरआइ परिसर
स्थित टाटा ऑडिटोरियम में ‘फ्रीडम फ्रॉम डायबिटीज’ सेमिनार में Dr Pramod Tripathi ने बताया कि मधुमेह ठीक हो सकता है, इसके लिए आप अपनी दिनचर्या को थोड़ा संतुलित करके और खानपान में परहेज रखकर इसे ठीक कर सकते हैं। आपको कुछ चीजें खाना है, और कुछ चीजों को नहीं खाने का संकल्प लेना होगा। नाश्ते से लेकर शाम के भोजन तक का नियम बनाना होगा, थोड़ा व्यायाम भी करना होगा। इसके लिए सुबह की शुरुआत स्मूदी (Smudi) से करें, दूध से बनी चाय से कतई न लें । दूध व दूध से बना कोई भी खाद्य पदार्थ न खाएं, क्योंकि एक कप दूध से बना चाय 20-100 प्वाइंट तक शुगर बढ़ा सकता है। स्मूदी (Smudi) कैसे बनाकर लें, यह बनाना बहुत आसान है। पान का एक पत्ता, पालक के 4 से 5 पत्ते, पुदीना के 5 पत्ते, एक पका केला, 2 से 3 दाना काली मिर्च और एक चम्मच दालचीनी का पाउडर मिक्सी में डालकर अच्छी तरह मिलाकर पीस लें। इसमें आधा नींबू का रस और सेंधा नमक मिलाकर बिना छाने पूरा गिलास स्मूदी पी लें। अगर आपकी इच्छा हो तो दिन में चार-पांच गिलास स्मूदी बनाकर पी सकते हैं। इसके बाद अंकुरित चना व मूंग के साथ खीरा-टमाटर का सलाद खाएं । अपने भोजन में दाल, चावल या रोटी, हरी सब्जी व सलाद भरपूर मात्रा में खाएं। चावल और रोटी को एक साथ कभी न लें। इसके साथ ही साथ शारीरिक व्यायाम, प्राणायाम और ध्यान भी करें। खाना खाने के दो घंटे बाद चलें नहीं बल्कि 8-10 सीढि़यां चढ़ें और उतरें। यह क्रिया आप तब तक करें, जब तक कि पसीना न आ जाए या आप पूरी तरह थक न जाएं। अगर किसी को घुटने या कमर में दर्द हो तो वे लोग कुछ दिन बाद इस व्यायाम को शुरू करें। Dr Pramod Tripathi ने बताया कि यदि द्वारा बताए नियमों का पालन करके 20-20 साल से इंसुलिन ले रहे लोग ठीक हो चुके हैं।
उनका कहना है कि शुगर फ्री नुकसानदेह है। डायबिटीज या मधुमेह के कई रोगी चीनी की जगह शुगर फ्री टैबलेट या पाउडर सेवन करते हैं, जो इंसुलिन की दवा से भी ज्यादा हानिकारक है। शुगर फ्री की जगह स्टीविया(एक प्रकार का पौधा) ले सकते हैं। शुद्ध नेचुरल गुड़ या खांड का भी सेवन कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि दूध सभी बीमारियो की जड़ है। दूध तत्काल बंद कर दें। कई लोग बोलते हैं कि दूध नहीं पीएंगे तो कैल्सियम की पूर्ति कैसे होगी। त्रिपाठी ने बताया कि करी पत्ता में दूध से सात गुणा कैल्सियम होता है, सफेद तिल में 30 गुणा है । धनिया पत्ती, दाल व बीज वाले अनाज में दूध से कई गुणा ज्यादा कैल्सियम होता है। गाय-भैंस या डेयरी दूध की जगह कोकोनट मिल्क ले सकते हैं। बच्चों को भी Bournvita-Harlicks मत पिलाएं।\
क्या खाएं : ब्राउन राइस, चना, सभी प्रकार के दाल, बेसन, उड़द, गाजर, ओट्स, शकरकंद, राजमा, मुसली, सभी फल (केला, आम, सेब, संतरा आदि) समेत सभी तरह के वनस्पति खा सकते हैं ।
क्या नही खाएं : ग्लूकोज, सफ़ेद चीनी, सफेद चावल, रागी, आलू, व्हाइट ब्रेड, कार्न फ्लेक्स, वाटरमेलन, पाइनएपल, साबूदाना नहीं खाएं। इसके साथ ही साथ कृत्रिम ढंग बना खाद्य पदार्थ न लें ।