Surajpura Dham

सूरजपुरा धाम कहां पर है ? सूरजपुरा धाम का दरबार कब लगता है ? सूरजपुरा धाम में किन किन बीमारियों का इलाज होता है? सूरजपुरा धाम की सच्चाई क्या है? Surajpura Dham Ki Sacchai kya hai? Treatment by Spiritual Power.


दोस्तों ! आपने सूरजपुरा धाम का वीडियो यूट्यूब पर जरूर देखा होगा। जहां लोगों की सभी गंभीर बीमारियों का इलाज झाड़-फूंक के द्वारा होता है। यहां के बाबा जी का कहना है कि हम यहां पर 12 साल से लोगों के दुख दर्द को दूर कर रहे हैं। उनका कहना है यहां पर सबसे ज्यादा लोग कैंसर, लकवा और किडनी के पेशेंट आते हैं। यहाँ करीब 7 लाख लोगों के बीमारियों का निवारण किया जा चुका है।जो यहां के रजिस्टर में दर्ज है। उनकी बातों में कितनी सच्चाई है यह तो वहां जाकर ही पता चलेगा। यदि आप बाबाजी के Spiritual Power को देखना चाहते हैं तो एक बार सूरजपुरा धाम अवश्य पधारें। 

उनसे पूछा गया कि यह विद्या आपको कैसे मिली तो बाबा जी का कहना है कि यह विद्या मुझे हनुमान जी की प्रेरणा से सपने में प्राप्त हुई है। मुझे सपने में बाला जी ने ऐसी प्रेरणा दी थी। जिसका मैं उपयोग करके लोगों की बीमारियों को दूर करता  हूँ। 

उन्होंने आगे बताया कि एक बार मुझे बिच्छू ने काट लिया था। जिसका निशान मेरे हाथ पर अभी भी है। उसका इलाज करवाने के लिए मेरे पास पैसे नहीं थे। उसके लिए मेरी पत्नी ने अपना पायल गिरवी रखा था। मैं उसके इलाज के लिए एक झाड़-फूंक करने वाले के पास गया था तो उसने हमसे ₹500 लिया था। तभी मैंने बालाजी से प्रार्थना की थी कि प्रभु मेरे ऊपर भी थोड़ी कृपा कर दें, जिससे मैं निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा कर सकूं। उसके बाद सपने में मुझे यह सकती भगवान ने अपनी प्रेरणा से दी। यहां पर जितने भी लोग आते हैं उनसे कोई विशेष खर्चा नहीं लिया जाता है। यहां पर केवल ₹50 की एक पर्ची कटती है और ₹30 प्रसाद का खर्च लगता है। ₹50 की जो रसीद कटती है उससे मंदिर का निर्माण कार्य होता है, बाकी कोई भी एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना पड़ता है। 

बाबा जी का कहना है की बहुत से तांत्रिक हमारे देश में हैं, जो कर्ण पिशाचिनी विद्या सिद्ध करके रखे हैं और वह उसके माध्यम से किसी भी व्यक्ति के बीमारी और तकलीफों को कागज पर लिख देते हैं या उन्हें बता देते हैं। लेकिन केवल कागज पर लिखने और बताने से कुछ नहीं होता। जब तक की व्यक्ति की तकलीफ और परेशानी को दूर न किया जाए। 

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उनका कहना है कि सूरजपुरा धाम में केवल लोगों के दुख दर्द को बताया ही नहीं जाता है बल्कि उसे दूर भी किया जाता है। उनका कहना है कि अगर आपको कैंसर या लकवा जैसी बीमारी है तो आप यहां पर आ सकते हैं। अपनी रोग निदान भी पा सकते हैं। 

सूरजपुरा धाम में किस किस बीमारियों का इलाज होता है? (Surajpura Dham me kis kis Bimariyon ka ilaj Hota Hai?)

अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और इलाज करा करके थक चुके हैं तो आप एक बार सूरजपुरा धाम जरूर जाएं। सूरजपुरा धाम के बाबाजी का वीडियो देखने से पता चलता है कि वह कैंसर, लकवा, मिर्गी,  ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारियों के साथ-साथ छोटी बड़ सभी बीमारियों का इलाज किया जाता है। इसके साथ ही साथ कितना भी पुराना भूत- प्रेत का बाधा हो उसको भी वह ठीक किया जाता है। 

सूरजपुरा धाम कैसे जाएं ? (Surajpura Dham Kaise Jayen?)

यदि आप भारत के किसी भी कोने में रहते हैं तो आपको सूरजपुरा धाम जाने के लिए बस या ट्रेन से पन्ना जिले के आसपास जितने भी रेलवे स्टेशन (खजुराहो, सतना, कटनी, छतरपुर) है वहां पर आकर, फिर बस द्वारा आपको सुनवानी कला आना है। उसी के बगल में सूरजपुरा धाम है। यदि आप हवाई जहाज से आते हैं तो आपको खजुराहो हवाई अड्डे पर उतरना पड़ेगा और आप वहां से टैक्सी द्वारा सूरजपुरा धाम के लिए जा सकते हैं। 

सूरजपुरा धाम कहां पर है ? (Surajpura Dham kahan par hai?)

सूरजपुरा धाम मध्य प्रदेश के पन्ना जिला के अमानगंज तहसील के अंदर सूरजपुरा गांव में स्थित है। 

सूरजपुरा धाम में दरबार किस दिन को लगता है ? Surajpura Dham Me Darbar kab lagta hai?

सूरजपुरा धाम में शनिवार और मंगलवार को दरबार लगता है। अगर आप सूरजपुरा धाम के लिए इंडिया के किसी भी कोने से आते हैं तो आप इस बात का ध्यान रखें कि यहां पर केवल शनिवार और मंगलवार को ही महाराज जी का दरबार लगता है। 

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