सूरजपुरा धाम की पूरी जानकारी। Surajpura Dham Ki Puri Jankari. सूरजपुरा धाम का दरबार कब लगता है ? Surajpura Dham ka darbar kab lagta hai? Spiritual Power Centre सूरजपुरा धाम में किन किन बीमारियों का इलाज होता है? Surajpura Dham me kin-kin bimariyon ka Elaj hota hai ? सूरजपुरा धाम की सच्चाई क्या है? Surajpura Dham Ki Sacchai kya hai?
जीवन में आप और हम अनेकानेक समस्याओं से जूझते रहते हैं लेकिन उन समस्याओं के समाधान के लिए भगवान ने हमारे देश में बहुत सारे साधु-संतों को भेज रखा है। जो लोगों के दुख-दर्द को दूर कर देते हैं।
दोस्तों ! आज मैं एक ऐसे Spiritual Power Centre के बारे में बात कर रहा हूं, जहां पर लोगों की समस्याओं को कागज पर नहीं लिखा जाता है, बल्कि सामने आने पर उनकी समस्याओं को तत्काल दूर किया जाता है। यह दरबार 12 साल से चल रहा है। आजकल मीडिया का जमाना है जो मीडिया में आ जाता है, वह जल्दी से जल्दी चमक जाता है। लेकिन जो मीडिया में नहीं आता है वह वही का वहीं धरा रह जाता है। वैसा ही हाल कुछ इस दरबार का है जो 12 साल से लोगों की सेवा में चल रहा है लेकिन ज्यादा लोग इस धाम के बारे में नहीं जानते हैं। अब कुछ दिनों से लोगों ने इस धाम का वीडियो बनाकर यूट्यूब पर डालना चालू किया है, जिससे इसका भी प्रचार प्रसार होना चालू हो गया है। यहां पर बाबा जी गरीब, निस्सहाय लोगों की बड़ी लगन और इमानदारी से सेवा करते हैं। उनके दुख दर्द को अपने Spiritual Power से दूर करते हैं और लोग प्रसन्न चित्त होकर अपने घर जाते हैं। बाकी जगहों की तरह यहां पर पैसा ज्यादा नहीं लिया जाता है। यहां पर केवल 50 रूपये की पर्ची कटती है और 30 रूपये का प्रसाद का खर्च लगता है, इतने में ही सारा काम हो जाता है। यदि आप किसी भी प्रकार की शारीरिक पीड़ा, भूत-प्रेत बाधा आदि से परेशान हैं तो आप इस धाम पर आकर उसको दूर करवा सकते हैं। इस दरबार का नाम है सूरजपुरा धाम (Surajpura Dham)। जो मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के सूरजपुरा गांव में स्थित है।
सूरजपुरा धाम (Surajpura Dham) के बाबा जी का कहना है कि रोग, बाधा बताने भर से कुछ नहीं होता। रोग, बाधा ठीक करके दिखाओ। उन्होंने सभी साधुओं को सन्देश देते हुए कहा कि साधु बनने से पहले तीन चीजों का परित्याग होना चाहिए। पहला कामिनी यानी नारी, दूसरा कंचन मने सोना और तीसरा यश। उन्होंने कहा कर्तव्य करके दिखाना होगा, केवल पर्चा लिखने और बताने से कुछ न कुछ नहीं होता है। मैं इसको कुछ नहीं मानता। छोटे मुंह से बड़ी बात निकली हो तो क्षमा याचना चाहता हूँ। बाबाजी का ऐसा मानना है :-
देनहार कोउ और है, भेजत सो दिन रैन।
लोग भरम हम पै धरैं, याते नीचे नैन॥
देने वाले तो यह भगवान बैठे हैं। मैं तो एक तुच्छ सेवक हूं।
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यदि आप सूरजपुरा धाम में अपनी समस्या का समाधान पाने के लिए आना चाहते हैं तो आप शनिवार और मंगलवार को ही धाम में आए क्योंकि सप्ताह में 2 दिन ही दरबार लगाया जाता है। अगर आप भारत के किसी भी कोने से सूरजपुरा धाम में आना चाहते हैं तो आप शनिवार और मंगलवार के दिन को ध्यान में रखें। उससे एक दिन पहले आने का प्रयास करें ताकि अगले दिन आपका नंबर आ सके।
अगर आप किसी भी प्रकार की शारीरिक, मानसिक पीड़ा से गुजर रहे हैं या आपके ऊपर किसी प्रकार का भूत प्रेत बाधा है या आपके किसी परिवार या रिश्तेदार के ऊपर भूत प्रेत बाधा है तो आप उन्हें सूरजपुरा धाम भेज सकते हैं। सूरजपुरा धाम में बाबाजी निस्सहाय और गरीब लोगों के लिए यह दरबार चलाते हैं। जिससे लोगों को कर्ज लेकर बड़े-बड़े हॉस्पिटल में इलाज करवाने से बचाया जा सके।
कैसे जाएं सूरजपुरा धाम ? (Kaise Jayen Surajpura Dham ?)
यदि आप भारत में कहीं पर भी रहते हैं तो आपको Surajpura Dham आने के लिए बस या ट्रेन से पन्ना जिले के आसपास जितने भी मुख्य स्थान हैं। जैसे (खजुराहो, सतना, कटनी, छतरपुर) वहां पर आकर, फिर बस से आपको सुनवानी कला आना है। उसी के पास में सूरजपुरा धाम (Surajpura Dham) है। यदि आप हवाई जहाज से आते हैं तो आप खजुराहो हवाई अड्डे पर आकर टैक्सी द्वारा सूरजपुरा धाम आ सकते हैं।