यहाँ की ऐसी मान्यता है कि श्री हनुमान जी कृपा से लोगों की बड़ी-बड़ी बीमारियां दूर हो जाती है। लोगों का कहना है कि ददरौआ सरकार के श्री हनुमान जी श्रद्धालुओं का दुख दर्द हर लेते हैं इसलिए इस जगह का नाम दर्द हरौआ यानि ददरौआ सरकार है।
इसे भी पढ़ें वीर्य नाश ! सर्वनाश || वीर्य नाश का दुष्परिणाम कितना भयंकर
Dandraua Sarkar को लोग गूगल में “डॉक्टर हनुमान मंदिर कहां पर है” के नाम से सर्च करते हैं और इसे “डॉक्टर हनुमान मंदिर भिंड” दूसरा “रोग दूर करने वाले मंदिर” के नाम से भी सर्च करते हैं। यह मंदिर डॉ. हनुमान के नाम से प्रसिद्ध है। यहाँ हनुमान जी ‘की ‘गोपी वेश धारी की प्रस्तर मूर्ति दर्द के हरण के लिए जानी जाती है।
लाखों भक्त अपने शारीरिक व मानसिक बिमारियों से निजात पाने के लिए यहाँ पर आते हैं और श्री हनुमान जी दिव्य कृपा से लोगों का रोग ठीक हो जाता है। यहाँ पर हनुमान जी ”नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा” की इस अवधारणा को सिद्ध करते हैं। ददरौआ सरकार के श्री हनुमान जी लाखों लोगों के आस्था के केंद्र बने हुए हैं।
ददरौआ सरकार कैसे जाएँ (Danrauwa Sarkar Kkaise Jayen)
ददरौआ सरकार कैसे जाएँ अगर आप भारत के किसी भी कोने में रहते हैं तो सबसे पहले ट्रेन या बस से ग्वालियर या झाँसी आना होगा उसके बाद भिंड के लिए बस या टैक्सी से आना होगा। फिर वहां से ददरौआ गांव आना होगा।
ददरौआ सरकार का यह गांव जिला भिंड, तहसील मेंहगांव के अंतर्गत धमूरी और चिरोल गांव के बीच में स्थित है। इसके चारों ओर सड़क है। भिंड से जाने वाले भक्त पूरब से घूमकर मऊ मार्ग से होते हुए Dandraua Dham पहुंचते हैं। ग्वालियर से जानेवाले भक्त ग्वालियर-भिंड मार्ग से होते हुए से ६५ -७० किलोमीटर की दुरी तय करके Dr Hanuman Mandir Dandraua Dham पहुंचते हैं।
ददरौआ सरकार की महिमा (Dandraua Sarkar ki Mahima)
यह Dandraua Dham ब्रह्मलीन गुरुबाबा श्री श्री १०८ बाबा लछमन दास के शिष्य बाबा पुरुषोत्तमदास जी महराज की तपस्या स्थली है। अभी वर्तमान में उनके शिष्य संत रामदास जी महाराज की महंती में यह धाम चल रहा है। Dandraua Sarkar के हनुमान जी का अर्चाविग्रह 500 साल पुराना है। इस क्षेत्र के यह मुख्य देवता माने जाते हैं। यहाँ के स्थानीय लोग स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में श्रद्धा और विश्वास के सहारे इस धाम में जाते थे और श्री हनुमान जी के दिव्य कृपा से उनकी आधि -ब्याधि, दुःख -दर्द व मानसिक/शारीरिक पीड़ा दूर हो जाता है। यहाँ पर आनेवालों का ऐसा मानना है कि यहां विराजे Hanuman Ji फोड़ा, फुन्शी लेकर अनेक शारीरिक ब्याधियों को दूर करने वाले देवता के रूप में प्रशिद्ध हैं। इन्हे द्वन्द -रउआ अर्थात दर्द के निवारण करने वाले देवता के रूप में जाना जाता है।
इसे भी पढ़ें पंडोखर धाम कैसे जाएं ?
यहाँ ज्यादातर लोग मंगलवार और शनिवार को आते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहाँ श्री हनुमान जी की कृपा से कैंसर, टीबी, एड्स जैसी लाइलाज बीमारियां भी ठीक हो जाता है। मन्नत पूरा होने पर लोग दुबारा दर्शन करने आते हैं। ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी के प्रभाव से लोगों का कष्ट दूर हो जाता है। लोगों का कहना है कि हनुमान जी का दर्शन करने वाले कभी खाली हाथ नहीं लौटकर जाते हैं उनकी मनोकामना हनुमान जी अवश्य ही पूरी करते हैं।