स्पा सेंटर का अर्थ क्या है? (Spa centre ka Arth kya hai) क्या होता है मसाज ? (Kya Hota Hai Massage) हम मसाज करवाते क्यों हैं ? (Ham Massage Karwate Kyon Hain) क्या यह मसाज करवाना जरूरी है ? (kya masaj karwana jaruri hai) क्या होता है दिल्ली के मसाज पार्लरों में ? (Kya Hota Hai Delhi ke Massage Parlouron me) ऐसा हो क्यों रहा है मसाज पार्लरों में और अगर हो भी रहा है तो कोई इसे रोक क्यों नहीं रहा है ? सभी प्रश्नों के उत्तर इस आर्टिकल में आपको दूंगा।
आज आदमी पैसे को इतना महत्व दे दिया है कि अगर आपके पास पैसा नहीं है तो आपकी जिंदगी झंड है। गुलजार साहब ने एक कविता लिखी थी –
“अगर मोहब्बत है साहब तो कबूल कर खुलेआम, बंद कमरों में जो होता है उसे हवस कहा जाता है।।
आज हम बात करेंगे उन बंद कमरों की, उन लड़कियों की जिनकी उम्र अभी 18 से 25 साल की है। जो सुबह घर छोड़ते समय अपने घर वालों से बोलती हैं कि मैं ऑफिस जा रही हूं। घर से बाहर निकलते ही अपना नाम बदलकर लोगों को एंटरटेनमेंट करने स्पा सेंटर पहुंच जाती हैं। वहां का एक बड़ा खूबसूरत सा वाक्य है। सर ! क्या आप एक्स्ट्रा सर्विस लेना पसंद करेंगे। एक्स्ट्रा सर्विस देने के बहाने एक शख्स को अकेले रूम में डाल दिया जाता है। फिर हर 1 मिनट में एक से एक खूबसूरत लड़कियां आकर उससे कहती हैं – सर ! कैसे हैं ? अब आपको जो पसंद है, आप उसे चुन लीजिए और संबंध बना लीजिए।
जी, हां ! हम बात कर रहे हैं दिल्ली के मसाज पार्लर की, स्पा सेंटर की।
मसाज है क्या ? (What is massage?)
पहला प्रश्न यह है कि यह मसाज है क्या ? गूगल के हिसाब से मसाज की एक छोटी सी परिभाषा है – “तनाव कम करने के लिए किसी के शरीर को धीरे धीरे मसलना” ।
दुसरा प्रश्न – मसाज करवाते क्यों हैं ? अभी बताया न मैंने कि तनाव दूर करने के लिए, रिलैक्स फील करने के लिए, जवान दिखने के लिए, यंग दिखने के लिए लोग मसाज करवाते हैं।
तीसरा प्रश्न – क्या मसाज करवाना जरूरी है ? बिल्कुल नहीं। भैया ! मसाज एक्चुअल में वो लोग करवाते हैं जिनके पास इतना पैसा है कि उन्हें खुद नहीं पता कि हमारे पास इतना पैसा आया कहां से। वह लोग मसाज करवाते हैं। ऐसे लोग मसाज पार्लर में जाते हैं और आठ-दस हजार रूपये खर्चते हैं, आनंद लेते हैं और फिर घर चले आते हैं। बस यह 15-20 मिनट की बात होती है। बाकी तो उसके बाद वो एक्स्ट्रा सर्विस वाली बात है।
चौथा प्रश्न – मसाज किसलिए करवाई जाती है ? फिजिकली आप थोड़े से डैमेज हो गए हैं। गर्दन में मोच आ गई है। डॉक्टर ने आपको बोला है तो आप उसकी मसाज करवा सकते हैं।
पांचवा प्रश्न – सबसे महत्वपूर्ण है कि दिल्ली के मसाज पार्लरों में क्या चल रहा है ? एक बड़ी खूबसूरत लाइन मुझे याद आती है, कहते हैं कि “कुछ तो रही होगी हमारी मजबूरी सनम, यूं ही कोई जिस्म बेचा नहीं जाता। पुराने
आंकड़े के हिसाब से दिल्ली में कुल 1920 मसाज पार्लर है। नए आंकड़ों के अनुसार अभी तो 2500-3000 से ज्यादा हो गए होंगे। इन मसाज पार्लरों में 19 से लेकर 25 साल की लड़कियां काम करती हैं। हैरानी की बात तो यह है इसमें काम करने वाली 2 से 5 प्रतिशत औरतें शादीशुदा होती हैं। जो कस्टमर्स को इंटरटेनमेंट करने के लिए काम करती हैं। किसलिए कर रही हैं लोगों इंटरटेनमेंट ? पैसा सब कुछ नहीं है, कुछ मजबूरी होती है। आप सोच कर देखिए किसी का शौक है क्या कि स्पा सेंटर में जाकर लोगों की मसाज करे और सेक्स वर्कर बने। किसी का ऐसा शौक नहीं होता है। लेकिनकभी-कभी आदमी की इतनी रिस्पांसिबिलिटी बढ़ जाती है कि पैसे के लिए सब कुछ करना पड़ जाता है। क्या है कि हमने पैसे को इतना महत्व दे दिया है कि अगर आपके पास पैसा नहीं है तो आप मुंह दिखाने के काबिल नहीं रह जाते हैं। लोगों की जिंदगी पैसे के बगैर झंड हो गयी है, ऐसा मैं कह नहीं कर रहा हूं बल्कि महसूस कर रहा हूँ।
दिल्ली के बहुत सारे स्पा सेंट्रो में छापा मारा गया। पुलिस ने बहुत सारे अवैध गतिविधियों को पकड़ा और लोगों को गिरफ्तार भी किया। मेरा कहना यह है कि स्पा सेंटर में जितने भी युवक और युवतियां काम करती हैं, उनमें सभी गलत काम नहीं करते हैं। काफी लोग अच्छे भी होते हैं। इसलिए हम सभी स्पा सेंटर वालों को गलत नहीं कह सकते।