Bageshwar Dham Me Kaha Thahren

बागेश्वर धाम में रुकने की व्यवस्था (Bageshwar Dham Me Rukne ki Vyavastha)

यदि आप बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) जाना चाहते हैं तो सबसे पहला सवाल मन में उठता होगा कि रहेंगे कहाँ ? क्योंकि यह एक छोटा सा गांव है पर मैं बता दूं यहां पर रहने के लिए कई सारे रैन बसेरा बने हुए हैं, जिसमें आकर आप रह सकते हैं। इसके अलावा इस गांव में किराए पर मकान या रूम मिल जाता है, जहां रुक सकते हैं। अगर आप के पास पैसा है तो आप यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर खजुराहो पड़ता है, जहां पर बहुत सारे होटल है जिसमें आप जाकर के ठहर सकते हैं। 

यहां पर सबसे ज्यादा गरीब और मीडियम क्लास के लोग आते हैं। अगर कोई हाई क्लास का आदमी आता है तो वह खजुराहो के होटलों में रुकना पसंद करता है। आप भी अपने बजट के हिसाब से किसी भी जगह रुक सकते हैं। 

यदि आप भारत के किसी भी कोने से बागेश्वर धाम के लिए आते हैं तो आपको छतरपुर रेलवे स्टेशन करीब 32 किलोमीटर दूर डांग पड़ता है और डांग से करीब 4 किलोमीटर गढ़ा गांव पड़ता है। गढ़ा छतरपुर जिले के अंदर एक छोटा सा गांव है जहां पर श्री बागेश्वर धाम हनुमान जी का मंदिर है और यहीं पर श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज रहते हैं। जिनकी चर्चा आज देश के कोने कोने में हो रही है। उनसे मिलने के लिए हजारों लोग आते हैं और अपनी समस्या का समाधान पापा पाकर खुशी खुशी अपने घर जाते हैं। 

बागेश्वर धाम में टोकन कब मिलेगा 2022 (Bageshvar dham me Tokan)

अगर आप भी यहां बागेश्वर धाम महाराज के श्री धीरेंद्र कृष्ण जी से मिलने आना चाहते हैं तो उसके लिए आपके पास टोकन होना अनिवार्य है। यदि आपके पास टोकन नहीं है तो आप महाराज जी से मुलाकात नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा यदि आप टोकन लेने के लिए आना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको यहां के कार्यालय से संपर्क करना होगा कि टोकन किस दिन वितरित किया जाएगा। 

बागेश्वर धाम में भोजन की व्यवस्था (Bageshvar dham me bhojan Ki Vyavastha)

यदि आप सोचते हो कि बागेश्वर धाम एक गांव में है और वहाँ खाने-पीने की क्या व्यवस्था होगी तो बता दे, यहां पर मां अन्नपूर्णा का भंडारा सुबह और शाम होता है जिसका कोई शुल्क नहीं देना होता है। यदि आप इसके अलावा होटल आदि में भोजन करना चाहते हैं तो वह सुविधा भी उपलब्ध है। 

बागेश्वर धाम की जलवायु (Climate of Bageshwar Dham)

यदि आप यहां पर घूमने के मकसद से आना चाहते हैं तो आ सकते हैं। उसके लिए आप किसी भी सीजन में कभी भी आ सकते हैं, वैसे तो यह एक पहाड़ी इलाका है और यहाँ ठंड ज्यादा पड़ता है। आप मौसम के हिसाब से जो आपको सूट करता है उस मौसम में आप यहां पर आ सकते हैं। यहां पर चारों तरफ पहाड़ है और पहाड़ों से घिरा हुआ यह बागेश्वर धाम है। 

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