Pathri Mata Mandir Ujjain

    पथरी वाली माता की सच्चाई क्या है ? Pathri Wali Mata ki sachchai kya hai ?

    उज्जैन पथरी माता मंदिर का पता क्या है ? Ujjain Pathri Mata Mandir ka pata kya hai ?

    पथरी वाली माता उज्जैन का समय क्या है ? Pathri Wali Mata Ujjain ka timing kya hai ?

    उज्जैन से पथरी वाली माता की दूरी कितनी है ? Ujjain se Pathri Wali Mata ki Duri kitni hai ?

    मुह से पथरी निकालने वाली माता का मंदिर कहाँ पर है ? Muh Se Pathri Nikalne Wali Mata ka Mandir kahan Par Hai ? Spiritual Therapist Pathri Wali Mata Ka Darbar kaha Lagta Hai?


    यदि आपको पथरी की समस्या है तो आप उज्जैन के पथरी माता मंदिर में आकर फ्री में अपना पथरी निकलवा सकते हैं। यहां पर पित्त की थैली का पथरी हो या किडनी की पथरी हो सब निकल जाता है। उज्जैन की पथरी माता अपने Spiritual Power द्वारा 18 साल से लोगों की पथरी निकाल रही हैं। वह अपने मुंह से खींच कर पथरी को तुरंत निकाल देती हैं। वह पथरी वाले व्यक्ति को जमीन पर लेटने के लिए बोलती हैं और पूछती हैं कि दर्द कहां पर हो रहा है, फिर दर्द वाले स्थान को चूसने लगती हैं और कुछ वक्त बाद वह सामने बैठे लड़के को अपने मुंह से पथरी निकाल कर थमा देती हैं। उज्जैन के पथरी माता का वास्तविक नाम सीता बाई है। वह 18 साल से पथरी निकालने का काम कर रही है। उनका कहना है की पथरी निकालने का मूल मंत्र है मां पर विश्वास। मां ने ही ऐसा आशीर्वाद दिया है, तभी यह काम मेरे द्वारा हो पाता है। मां के आशीर्वाद के अलावा कुछ नहीं है। उनका कहना है कि मैं किसी का इलाज नहीं करती हूं, नही मैं इलाज करने के बारे कुछ में जानती हूं। यह तो एक शक्ति है जो हमसे यह सब करवा रही है। इसके अलावा कुछ नहीं है। इससे सिद्ध होता है कि सीताबाई के अंदर एक ऐसी Spiritual Power काम करती है जिसका उनको भी पता नहीं है। यदि आप सीताबाई के Spritual Power को देखना चाहते हैं तो आप उज्जैन जाकर उनके दरबार में देख सकते हैं कि कैसे वह अपने मुंह से खींचकर तुरंत पथरी को निकाल देती हैं। 

    पथरी माता मंदिर में पथरी निकालने के बाद लोगों को पालक, टमाटर, बैंगन न खाने की सलाह दी जाती है और दवाई के रूप में तुलसी का पत्ता और विल्बपत्र का चूर्ण दिया जाता है। जिसे 3 दिन तक शाम को खाना होता है। पथरी माता मंदिर में इलाज करवाने के लिए भारत के कोने-कोने से लोग आते हैं। 

    दोस्तों ! पथरी का दर्द क्या होता है यह तो जिसे होता है वही जानता है कि पथरी का दर्द कितना असहनीय होता है। इसका दर्द इतना तेज होता है कि आदमी मरना पसंद करता है लेकिन यहां दर्द झेलना पसंद नहीं करता है। पथरी का दर्द जब होता है तो लगता है कि अभी जान निकल जाएगी। इस पथरी के दर्द से निजात पाने के लिए माता जी का दरबार सदा खुला हुआ है। अगर आपको श्रद्धा और विश्वास है तो आप माताजी के दरबार में आकर अपना पथरी निकलवा सकते हैं। 

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    उज्जैन के लोगों का कहना है कि पथरी वाली माता के यहां से कोई भी निराश होकर नहीं किया है। यहां पर जो भी आते हैं उनकी 100 परसेंट पथरी निकल जाती है। यहां पर ग्वालियर, झांसी, भोपाल, जयपुर, दिल्ली आदि जगहों समेत भारत के हर जगह से लोग पथरी निकलवाने के लिए आते हैं और वह पूरी तरह संतुष्ट होकर जाते हैं। 

    पथरी माता मंदिर कहां पर है ? (Pathri Mata Mandir kahan Par hai)

    पथरी माता का मंदिर उज्जैन के पास रलायता गांव में है। यह उज्जैन रेलवे स्टेशन से करीब 16 किलोमीटर की दूरी पर है। पथरी माता मंदिर का पता (Pathri Mata Temple Address)

    Pathri Mata Mandir, Village – Ralayta, District – Ujjain (Madhya Pradesh) India.

    पथरी माता मंदिर कैसे जायें ? (Pathri Mata Mandir Kaise Jayen)

    यदि आप भारत के किसी भी कोने में रहते हैं तो आपको ट्रेन या बस से उज्जैन रेलवे स्टेशन जाना पड़ेगा। वहां उतरने के बाद आप किसी भी ऑटो वाले से पूछेंगे कि हमें पथरी वाली माता मंदिर पर जाना है तो वह ऑटो वाला आपको वहां पर पहुंचा देगा। पथरी वाली माता के बारे में उज्जैन के हर नागरिक को पता है। 

    रामलाल का अनुभव 

    जिसको पत्थरी दर्द होता है वही जानता है कि मरणासन दर्द क्या होता है। पथरी माता के दरबार में आने पर मेरी पथरी निकल गयी। यहाँ सिर्फ 100 रुपया दवा का लगता है और कुछ भी नहीं लिया जाता है। लेकिन मैंने अपनी इच्छा से यहां 1100 दानपत्र डाल दिया। यह बहुत छोटी राशि है। डॉक्टरों के यहां छोटी राशि 1 लाख लग गया था। डॉक्टरों ने मेरे से 10 दिन के इलाज का 2 लाख रूपये ले लिए थे। फिर भी मेरी पथरी ठीक नहीं हुई थी, तो डॉक्टर के यहां की  नर्स ने मुझे पथरी माता जी के मंदिर का चमत्कार बताया और यहाँ आकर मेरी पथरी की तकलीफ ठीक हुई। जय माता दी। 

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