narayan ddatt shrimali

    यदि कोई मानसिक चिंता हो तो साधक शनिवार के दिन हनुमान जी का पूजन कर उनकी मूर्ति पर तेल चढ़ाएं तो उसकी चिंता मिट जाती है। इस प्रकार यदि 5 शनिवार तक प्रत्येक शनिवार को तेल चढ़ाए तो निश्चित ही उसकी समस्या का समाधान हो जाता है। यदि किसी महिला को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी हो और वह मंगलवार को एक स्थान पर बैठकर हनुमान का ध्यान कर बाएं हाथ से भोजन करें। इस प्रकार 5 मंगलवार तक प्रयोग करें तो वह जो चाहती है वह कार्य अवश्य ही संपन्न हो जाता है। 

    यदि कोई विद्यार्थी परीक्षा में पास होना चाहता है तो वह हर शनिवार को तेल का दीपक हनुमान जी के सामने रखें। ऐसा 5 शनिवार तक करने पर उसे परीक्षा में सफलता प्राप्त होती है।  किसी भी प्रकार की तकलीफ हो या किसी प्रकार की कोई इच्छा हो तो यदि कोई साधक नित्य 11 बार बजरंग बाण का पाठ करें और इस प्रकार 40 दिनों तक कार्य करे तो निःसंदेह उसका मनोरथ पूर्ण हो जाता है और उसे कार्य में पूर्ण सफलता मिल जाती है। 

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    अब मैं कुछ हनुमान जी से संबंधित साबर मंत्र दे रहा हूं यद्पि यह साबर मंत्र पढ़ने में सामान्य दिखाई दे रहे हैं परंतु इनका प्रभाव निसंदेह बहुत श्रेष्ठ होता है। 

    शरीर रक्षा के लिए 

    शरीर रक्षा के लिए शनिवार की रात्रि को हनुमान यंत्र के समक्ष लाल हकीक माला से इस मंत्र का 1000 बार जप करने से मंत्र सिद्ध होता है। इसके बाद इस मंत्र के तीन बार उच्चारण मात्र से कार्य सिद्ध होता है। 

    मंत्र इस प्रकार हैं : 

    ॐ नमः वज्र का कोठा जिसमें पिंड हमारा बैठा,

    ईश्वर कुंजी ब्रह्म का ताला, 

    मेरो आठो याम का यति हनुमंत रखवाला 

    शब्द सांचा पिंड काचा फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा। 

     प्रयोग की समाप्ति पर यंत्र तथा माला को नदी में प्रवाहित कर दें। 

    पीलिया रोग निवारण मन्त्र 

    शनिवार की रात्रि को हनुमान यंत्र के समक्ष मूंगे की माला से निम्न मंत्र का 1000 बार जप करने से मंत्र सिद्ध हो जाता है। मंत्र सिद्ध होने के बाद जिस रोगी को पीलिया हो उस पर केवल 5 बार मंत्र जप करने से पीलिया रोग धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है। 

    मंत्र इस प्रकार है :

    ॐ नमः वीर वैताल असराल नारसिंह देव खादो तुषादी पीलिया कूं  भिदाति कारै झरि पीलिया रहे न नेक निशान जो कहीं रह जाए तो हनुमंत की आन, मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा। 

    साधना समाप्ति के बाद यंत्र तथा माला को हनुमान मंदिर में रख दें।  वस्तुतः हनुमान उपासना इस युग में अत्यंत महत्वपूर्ण और शीघ्र सफलता दायक है। यदि साधक इस उपासना को करें तो निश्चय ही वह विशेष सफलता प्राप्त कर सकता है। 

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    मनोकामना सिद्धि हनुमान मंत्र प्रयोग 

    यह मंत्र सर्वश्रेष्ठ मंत्र है और किसी भी प्रकार की मनोकामना सिद्धि के लिए इस मंत्र का प्रयोग किया जा सकता है। शनिवार के दिन हनुमान जी को तेल चढ़ा कर यह मंत्र जप प्रारंभ करना चाहिए और केवल 21000 मंत्र जपने पर मंत्र सिद्ध हो जाता है। मंत्र सिद्धि होने के बाद साधक केवल 5 बार इस मंत्र का उच्चारण कर कार्य सिद्धि के लिए रवाना हो तो निश्चय ही उसे कार्य में सफलता प्राप्त होती है। यह मंत्र अनुभूत है और सैकड़ों लोगों ने इसका लाभ उठाया है। 

    ॐ नमो हनुमते सर्वग्रहान भूतभविष्यद्वर्त्मानाम दूरस्थ समीप स्थान छिंधी छिंधी भिंधी भिंधी सर्वकाल दुष्टबुद्धि मुच्चाट्योच्चाटय परबलान क्षोभय क्षोभय मम सर्वकार्याणि साधय साधय, ॐ नमो हनुमते ॐ ह्रां ह्रुं फट देहि ॐ शिव सिद्धिं ॐ ह्रां ॐ ह्रीं ॐ ह्रूं ॐ ह्रैं ॐ ह्रौं ॐ हः स्वाहा। 

    साभार : विश्व की प्रमुख साधनाएं – नारायण दत्त श्रीमाली 

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